Ashok Chavan in BJP

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  • बीजेपी में शामिल होने के बाद क्या होगा चव्हाण का राजनीतिक भविष्य 

Ashok Chavan in Modi Cabinet: अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल (Join) होने का औपचारिक ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की मौजूदगी में अशोक चव्हाण ने भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया। अशोक चव्हाण ने कांग्रेस को छोड़ने का कोई विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अशोक चव्हाण के राजनीतिक करियर को लेकर चर्चा तेज हो गई है। बीजेपी में शामिल होने के बाद उनका राजनीतिक सफर नई उड़ान भरेगा या फिर बीजेपी में शामिल होना उनके करियर को खत्म कर देगा। खबर यह भी है कि अशोक चव्हाण को बीजेपी में शामिल होने के बाद केंद्र की राजनीति में भूमिका निभाने का मौका मिलने वाला है। अशोक चौहान मोदी के मंत्रिमंडल (Modi Cabinet) में जगह मिल सकती है। 

राज्यसभा टिकट का मिला था ऑफर 
अशोक चव्हाण ने भले ही कांग्रेस छोड़ने के बारे में कारण नहीं बताया हो लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने से पहले ही यह बताया था कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेता उनके संपर्क में हैं। कांग्रेस में उनका दम घुट रहा है और इसलिए वह बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं। उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किसी का नाम नहीं लिया था, लेकिन उनका इशारा अशोक चव्हाण की तरफ ही था। खबर यह भी है कि अशोक चव्हाण को राज्यसभा सीट देने की पेशकश भाजपा ने की थी और उसी के बाद उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया। 

कांग्रेस से नाराजगी
अशोक चव्हाण ने बीजेपी में शामिल होने और कांग्रेस छोड़ने का कोई विशेष कारण नहीं बताया, लेकिन पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अशोक चव्हाण लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे। आदर्श घोटाले के बाद से कांग्रेस में उनका करियर हाशिये पर चला गया था। वो पार्टी में एक्टिव रोल चाह रहे थे। दरअसल वह कांग्रेस में महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष का पद  चाहते थे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष इसके लिए राजी नहीं थे। इसी बात को लेकर अशोक चव्हाण के मन में कांग्रेस को लेकर नाराजगी बढ़ती गई। जब अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया, तो यह महाराष्ट्र की जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों के लिए हैरान करने वाली खबर थी, क्योंकि अशोक चव्हाण दो पीढ़ी से कांग्रेस के भरोसेमंद बने हुए हैं। उनके पिता दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। वहीं अशोक चव्हाण खुद भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। 

चव्हाण को मनाने की कोशिश 
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, कांग्रेस नेता आरिफ नसीम खान और बालासाहेब थोरात ने बैठक की और अशोक चव्हाण को मनाने का प्रयास भी किया। खबर यह थी कि आरिफ नसीम खान को अशोक चौहान को मनाने की जिम्मेदारी मिली थी। आरिफ खान चव्हाण के करीबी माने जाते हैं। कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश जरूर की, लेकिन वह अशोक चव्हाण को कांग्रेस के खेमे में रोक पाने से नाकामयाब नजर आई। खबर यह भी है कि उन्हें राज्यसभा टिकट का ऑफर देने की बातचीत चल रही थी। 

खत्म होगा चव्हाण का सफर या भरेगा नई उड़ान 
कांग्रेस नेताओं का यह मानना है कि अशोक चव्हाण के इस फैसले ने उन्हें हैरान किया, लेकिन बीजेपी में शामिल होने का उनका फैसला उनके राजनीतिक करियर को खत्म कर देगा।  पत्रकार अरुणेश यादव भी कांग्रेस नेताओं के इस विचार का समर्थन करते हैं और कहते हैं कि मराठा नेता के तौर पर पहचाने जाने वाले अशोक चव्हाण केंद्र की राजनीति में गुमनाम चेहरा बन जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें राज्यसभा टिकट का ऑफर दिया है। ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति से उनका नाता टूट सकता है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर नारायण राणे का नाम लिया जो इस समय बीजेपी में है और उन्होंने भी पाला बदला था। जिसके बाद उनका राजनीतिक करियर गुमनामी में खो सा गया है। एकनाथ खड़से बीजेपी में थे बीजेपी में वह खुद को हाशिये पर महसूस कर रहे थे, जिसके बाद उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का दामन थामा, वह महाराष्ट्र की सक्रिय राजनीति का हिस्सा तो हैं लेकिन उनका भी राजनीतिक करियर गुमनामी की तरफ ही आगे बढ़ रहा है। 

मोदी के मंत्रिमंडल में मिलेगी जगह
अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होते ही उनके राज्यसभा में जाने की चर्चा तेज हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि वह अब महाराष्ट्र की नहीं बल्कि केंद्र की राजनीति में अहम भूमिका निभाते नजर आएंगे। भारतीय जनता पार्टी उन्हें मराठा नेता के तौर पर प्रोजेक्ट करेगी। वह केंद्र में रहकर महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हुए नजर आएंगे। खबर यह भी है कि मोदी के मंत्रिमंडल में उन्हें अहम भूमिका मिलने वाली है। यही कारण है कि खुद अशोक चव्हाण ने अब यह कहा है कि वह अब नया सफर शुरू करने जा रहे हैं। कांग्रेस नेताओं से उलट कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अशोक चव्हाण के राजनीतिक करियर को अब नई उड़ान मिलने वाली है। वरिष्ठ पत्रकार निलेश खरे बताते हैं कि अशोक चव्हाण अब केंद्र की राजनीति में अहम भूमिका में होंगे। अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ऐसे में बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें गरिमा पूर्ण पद मिलने की पूरी संभावना है और बीजेपी उनकी काबिलियत को पूरी तरह से भुनाने की कोशिश भी करेगी। मोदी के कैबिनेट में उन्हें जगह भी मिल सकती है और यह सब कुछ चव्हाण के राजनीतिक करियर को एक नई उड़ान दे सकता है। 

धुल जाएगा आदर्श घोटाले का दाग
बीजेपी ने भले ही भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की बात कही हो, लेकिन बीते कुछ सालों में बीजेपी के साथ कई ऐसे नेता जुड़े हैं, जिनका भ्रष्टाचार के साथ चोली दामन का साथ रहा है।  अशोक चव्हाण जिन्होंने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की है, साल 2010 में आदर्श घोटाले की वजह से उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। वहीं विपक्ष हमेशा से आरोप लगाता रहा है कि दागी मंत्री और नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके दाग धुल जाते हैं, तो वैसा ही कुछ अशोक चव्हाण के मामले में भी नजर आ सकता है। बीजेपी में शामिल होते ही चव्हाण पर लगा आदर्श घोटाले का दाग धुल जाएगा?