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नई दिल्ली: बीते मंगलवार देर रात राजधानी दिल्ली में जबरदस्त सियासी बवाल हुआ है। दरअसल दिल्ली पुलिस ने कृषि भवन के सामने पश्चिम बंगाल को मनरेगा समेत दूसरे मदों के लिए धन मुहैया कराने की मांग कर रहे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और साथ ही सांसद महुआ मोइत्रा समेत कई बड़े नेताओं को अपनी हिरासत में ले लिया है। 

इतना ही नहीं इस दौरान TMC नेताओं के साथ जबरदस्ती BHI की गई। जहां सांसद महुआ को गोद में उठाकर पुलिस ने अपने हिरासत में लिया, वहीं  जबकि अभिषेक बनर्जी को बाकायदा घसीटा गया। इतना ही नहीं सभी नेताओं के मोबाइल फोन भी जब्त कर लिये गए।  हालांकि इस घटना के करीब 3 घंटे के बाद सभी को छोड़ दिया गया। वहीं धरने के बाद अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने महिला सांसदों को घसीटा और उनके साथ बड़ी बदसलूकी की।

अभिषेक बनर्जी: साध्वी निरंजन ने नहीं की मुलाकात  
इतना ही नहीं TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने साथ ही यह भी दावा किया कि, केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ने उन्हें मिलने का समय तो दिया था। लेकिन इसके बावजूद उनसे मुलाकात नहीं की। उनका आरोप था कि, महिलाओं समेत अनेक TMC नेताओं के साथ दिल्ली पुलिस ने जमकर दुर्व्यवहार किया। उन्होंने पुलिस पर महिला नेताओं के बाल पकड़कर खींचने का भी संगीन आरोप लगाया।

साध्वी निरंजन का वीडियो
इधर साध्वी निरंजन ज्योति ने सोशल मीडिया ‘X’ पर अपने ऑफिस का एक वीडियो पोस्ट कर TMC पर बेवजह राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा, “आज मेरे ढ़ाई घंटे का समय व्यर्थ गया। आज तृणमूल के सांसदों की प्रतीक्षा करते करते साढ़े 8 बजे अपने कार्यालय से निकली हूं। मेरी जानकारी के अनुसार तृणमूल के सांसद और बंगाल के मंत्रियों के प्रतिनिधिमण्डल ने कार्यालय में शाम 6 बजे मिलने का समय लिया था।”

CM ममता का बड़ा बयान 
इधर इस पूरे हंगामे पर पश्चिम बंगाल की CMममता बनर्जी ने बयान देते हुए इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया। उन्होंने भी सोशल मीडिया ‘X’ पर लिखा, “आज देश के लोकतंत्र के लिए एक काला और भयावह दिन साबित हुआ है। पहले तो BJP सरकार ने बड़ी ही निर्दयतापूर्वक बंगाल के गरीबों के लिए धनराशि रोक दी और जब हमारा प्रतिनिधिमंडल शांतिपूर्वक विरोध करने और हमारे लोगों की दुर्दशा पर ध्यान आकर्षित करने के लिए दिल्ली पहुंचा तो उनके साथ क्रूरता की हदें पार कर दी गई। पहले राजघाट पर और आज फिर कृषि भवन में। इनके अहंकार की कोई सीमा नहीं और उनके अभिमान और अहंकार ने उन्हें अब पूरी तरह से अंधा कर दिया है। उन्होंने बंगाल की आवाज को दबाने के लिए सारी हदें पार कर ली हैं।”