देहरादून. जहाँ एक तरफ उत्तराखंड (Uttrakhand) में भारी बारिश (Heavy Rains) से तबाही का आलम एक बार फिर देखने को मिल रहा है। वहीं जगह जगह भूस्खलन (Landslide) के चलते कम से कम 6 समेत अब तक कुल 8 लोगों के मारे जाने की खबरें अब तक आ चुकी हैं। आफत की इस बारिश में रामनगर (Ramnagar) में कोसी नदी (Kosi River) का जलस्तर लगातार बढ़ने से कई रिसॉर्ट्स भी अब पानी पानी हो चुके हैं, तो कई खाली भी किए जा रहे हैं।
नैनीताल के रामगढ़ का एक पूरा इलाका जलमग्न होने से कई लोग अब डूब रहे हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं, अल्मोड़ा में कुछ लोग मकान के मलबों में दब गए हैं और हालात इतने बदतर हैं कि रेस्क्यू टीमें भी यहाँ तक तक नहीं पहुंच पायी हैं।
#WATCH | Uttarakhand: Nandakini River swells as Chamoli region continues to experience incessant rainfall, causing a rise in its water level. pic.twitter.com/D97Z9xsWOE
— ANI (@ANI) October 19, 2021
बता दें कि पौड़ी के लैंसडाउन में भूस्खलन के कारण एक नेपाली परिवार के 3 लोगों के मारे जाने की खबर आयीहै। वहीं, चंपावत ज़िले में इसी तरह की दुर्घटना में दो और रुद्रप्रयाग ज़िले में कानपुर से पहुंचे एक पर्यटक की मौत की खबरें हैं। भूस्खलन और भारी बारिश के चलते अब जगह जगह रास्ते बंद हो गए हैं और चार धाम यात्रा भी पूरी तरह से रोकी जा चुकी है।
#WATCH | Uttarakhand: SDRF & Police y’day rescued around 22 devotees stuck at Jungle Chatti amid incessant rainfall, while coming back from Kedarnath Temple. They were shifted to Gauri Kund. One 55-yr-old devotee, who was facing difficulty in walking, was shifted on a stretcher. pic.twitter.com/lVkFFHS8Dj
— ANI (@ANI) October 19, 2021
रामगढ़ में तबाही, नैनीताल, अल्मोड़ा में आफत
इधर इस भयंकर और मूसलाधार बारिश के चलते नैनीताल में जनजीवन पर भी असर पड़ा है। यहाँ बारिश के चलते 9 सड़कें बंद हो गई हैं, इन सड़कों पर जाम के चलते जेसीबी मशीनें के फंस जाने से सड़क खोलने में देर लग रही है।
वहीं, नैनीताल के पास रामगढ़ में बारिश ने भयानक तबाही मचाई है। तल्ला रामगढ़ का पूरा इलाका पानी में डूब गया है। कई घरों में पानी भर गया है। लोग घरों की छतों पर बैठकर जान बचा रहे हैं। इधर, अल्मोड़ा में मूसलाधार बारिश के चलते भतरौजखान में 3 लोग मकान के अंदर दबे हुए हैं। भनोली में मकान टूटने से एक व्यक्ति मकान के अंदर दब गया। सड़कें बंद होने से रेस्क्यू टीमें नहीं पहुंच पा रही हैं। ज़िला प्रशासन की टीम भी नहीं पहुंच सकी। फिलहाल दर्जनों सड़कें बंद हैं और जनजीवन यहाँ पूरी तरह अस्त व्यस्त है।
#WATCH | Uttarakhand: Occupants of a car that was stuck at the swollen Lambagad nallah near Badrinath National Highway, due to incessant rainfall in the region, was rescued by BRO (Border Roads Organisation) yesterday. pic.twitter.com/ACek12nzwF
— ANI (@ANI) October 19, 2021
खौफनाक हुए उत्तराखंड के हालात
बता दें कि हल्द्वानी में गौला नदी लबालब भरी है और नैनीताल की झील का पानी तो अब माल रोड पर आ गया है। यहाँ पर चारधाम यात्रा भी थम गई है। वहीं यात्रियों को अलग अलग पड़ावों पर रोक दिया गया है। भयंकर बारिश के बाद, बिजली, पानी, इंटरनेट सेवाओं पर बुरी तरह असर पड़ा है। रामनगर में कोसी का जलस्तर 1 लाख 14 हज़ार 325 क्यूसेक बताया जा रहा है और अभी और बढ़ने की आशंका है। मोहान और ढिकुली के कई रिसॉर्ट्स में पानी घुस गया है जबकि कोसी नदी से लगे कई रिसॉर्ट्स को अब पूरी तरह से खाली करवाया गया है।
आज भी भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी
इसके साथ मौसम विभाग ने आज यानि मंगलवार,19 अक्टूबर के लिए भी एक रेड अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट के अनुसार राज्य के कई हिस्सों में फिलहाल भारी से भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा 60 से 80 किलोमीटर/घंटे की रफ्तार से तूफान की भी आशंका जताई गई है।
वहीं आपात स्थिति से निपटने के लिए SDRF, NDRF, पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा दिया गया है। जिलास्तरीय अधिकारियों को बिना सूचना जिला मुख्यालय न छोड़ने के भी आदेश दिए गए हैं। खतरों को देखते हुए उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने बीते सोमवार को सचिवालय स्थित स्टेट डिजास्टर कन्ट्रोल रूम पहुंचकर प्रदेश में बारिश के हालात की जानकारी ली और राहत व मदद कार्य के लिए ज़रूरी निर्देश भी दे दिए हैं।