मुंबई: ईडी (ED) ने दिल्ली शराब नीति मामले (Delhi Liquor Policy Case) में के कविता (K Kavita) की गिरफ्तारी के बाद बड़ा खुलासा किया है। एजेंसी ने बताया कि के कविता ने अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर साजिश रची थी। उनके बीच 100 करोड़ का लेनदेन हुआ है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने दावा किया था कि के कविता शराब कारोबारियों की लॉबी ‘साउथ ग्रुप’ से जुड़ी हुई थीं। एजेंसी के अनुसार, लॉबी 2021-22 के लिए दिल्ली आबकारी नीति में एक बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश कर रही थी। यह नीति अब रद्द की जा चुकी है। तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और विधान परिषद सदस्य कविता (46) को ईडी ने पिछले हफ्ते हैदराबाद स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया था और वह 23 मार्च तक जांच एजेंसी की हिरासत में हैं।
ईडी ने एक बयान में दावा किया कि जांच में पता चला है कि कविता ने अन्य लोगों के साथ मिलकर “दिल्ली आबकारी नीति बनाने और लागू करने में लाभ पाने के लिए अरविंद केजरीवाल तथा मनीष सिसोदिया समेत ‘आप’ के शीर्ष नेताओं के साथ साजिश रची।” एजेंसी ने कहा, “लाभ के बदले में वह आप के नेताओं को 100 करोड़ रुपये देने में शामिल थीं।” बयान में कहा गया है कि दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में “भ्रष्टाचार व साजिश” से, आप को थोक विक्रेताओं से रिश्वत के रूप में लगातार अवैध धन मिला।
इसमें आरोप लगाया गया है, “कविता और उसके सहयोगियों को आप को अग्रिम भुगतान की गई अपराध की आय की वसूल करनी थी और इस पूरी साजिश से अपराध की आय/ मुनाफे को बढ़ाना था।” एजेंसी ने पिछले सप्ताह कविता की हिरासत का अनुरोध करते हुए विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत को बताया था कि वह “दिल्ली आबकारी नीति घोटाले की मुख्य साजिशकर्ता और लाभ हासिल करने वालों में से एक थीं।”
कविता ने कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार ईडी का “इस्तेमाल” कर रही है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने के लिए ईडी और सीबीआई को अपने “गुंडों” के रूप में इस्तेमाल कर रही है। ईडी ने कहा कि उसने 2022 में मामला दर्ज होने के बाद से देश भर में 245 स्थानों पर छापा मारा है और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आप के नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और कुछ शराब कारोबारियों समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। ईडी ने इस मामले में अब तक कुल छह आरोप पत्र दायर किए हैं और 128 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है।