
पटना: जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी नागालैंड राज्य समिति (Nagaland state committee) को तत्काल प्रभाव से यह कहते हुए भंग कर दिया कि पार्टी के नागालैंड राज्य अध्यक्ष ने केंद्रीय पार्टी से परामर्श किए बिना नागालैंड के मुख्यमंत्री (Nagaland chief minister) को समर्थन पत्र दिया। जनता दल (यूनाइटेड) का कहना है पार्टी इसे “उच्च अनुशासनहीनता और मनमानी” कहती है। इसको लेकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) काफी नाराज हैं।
जानकारी के अनुसार जनता दल (यूनाइटेड) ने अपनी नागालैंड राज्य समिति को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है। पार्टी की ओर से कल बुधवार को जारी बयान में यह कहा गया है कि पार्टी के नागालैंड स्टेट चीफ ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श किए बिना नागालैंड के मुख्यमंत्री को अपना समर्थन पत्र सौंप दिया। पार्टी इसे “उच्च अनुशासनहीनता और मनमानी” करार दिया। इस मनमानी को देखते हुए पार्टी ने नागालैंड राज्य समिति को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया है।
Janata Dal (United) dissolves its Nagaland state committee with immediate effect stating that Nagaland State President of the party gave a letter of support to the Nagaland CM without consulting the central party.
The party calls it "high indiscipline and arbitrary." pic.twitter.com/TjAUxR6pxX
— ANI (@ANI) March 9, 2023
जनता दल (यू) के केंद्रीय नेृतृत्व ने अपने दल की नगालैंड इकाई के राज्य में नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) और बीजेपी की गठबंधन सरकार को समर्थन देने को अनुशासनहीनता करार दिया। उसके बाद पार्टी की राज्य इकाई को भंग कर दिया। जद (यू) के पूर्वोत्तर मामलों के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अफाक अहमद खान की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि हमारी पार्टी के नगालैंड राज्य अध्यक्ष ने जद (यू) के केंद्रीय नेतृत्व से परामर्श किए बिना नगालैंड के मुख्यमंत्री को समर्थन पत्र दिया है जो उच्च अनुशासनहीनता और मनमाना कदम है।