नई दिल्ली/कोयंबटूर. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी से जुड़े नौ स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान ED ने 16 लाख रूपये से अधिक मूल्य की बेहिसाबी कीमती वस्तुएं और 22 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। ED ने 3 अगस्त (गुरुवार) को कोयंबटूर और करूर में यह छापे मारे थे।
बता दें कि बालाजी तमिलनाडु सरकार में अब भी बिना विभाग के मंत्री हैं। उन्हें ED ने राज्य के परिवहन विभाग में ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में 14 जून को गिरफ्तार किया था।
Directorate of Enforcement (ED) conducted search operations on 3rd August at nine locations linked to Senthil Balaji, an MLA (of DMK), who was arrested in a cash-for-jobs scam and is currently in Central Prison, Puzhal, under judicial custody. ED initiated investigation on the… pic.twitter.com/D9BKtTxyDH
— ANI (@ANI) August 5, 2023
ED ने अपने बयान में कहा, “प्रवर्तन निदेशालय ने 3 अगस्त को DMK विधायक सेंथिल बालाजी से जुड़े नौ स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया, जिन्हें ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत के तहत केंद्रीय कारागार, पुझल में हैं। ED ने ‘कैश फॉर जॉब्स’ घोटाले से संबंधित चेन्नई में CBI द्वारा दर्ज़ तीन FIR के आधार पर जांच शुरू की है।”
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा, “जांच के दौरान खुफिया सूचनाओं से संकेत मिला कि वी. सेंथिल बालाजी के करीबी सहयोगियों में से एक एस.टी. सामिनाथन के पास अपराध के आपत्तिजनक दस्तावेज थे और उन्हें स्थानांतरित करने का प्रयास किया गया था। नतीजतन, उसके परिसरों पर तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान पता चला कि एस.टी. समीनाथन की भाभी शांति बेनामी के रूप में काम कर रही है, जिसे दस्तावेजों और कीमती सामान से भरे बैग ले जाते देखा गया था। जांच टीमों ने शांति के परिसर को कवर किया। हालाँकि, शांति उस स्थान पर मौजूद नहीं थी।”
ED ने कहा, “CCTV फुटेज की जांच से पता चला कि बैग ड्राइवर शिव को सौंप दिए गए थे। जब शिव के घर की तलाशी ली गई, तो वह पहले ही फरार हो चुका था और शांति के घर की तलाशी के बारे में सुनकर उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया था। शिव के आवास पर तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये की नकदी और 16.6 लाख रुपये के बेहिसाब कीमती सामान के साथ-साथ 60 भूमि पार्सल के अस्पष्ट संपत्ति दस्तावेज मिले हैं।”
ED ने आगे कहा, “शांति ने जांच में सहयोग नहीं किया और तलाशी कार्यवाही में भाग नहीं लिया। ED की जांच में पता चला कि उनके पास आय का कोई स्रोत नहीं है। शिव ने अपने बयान में स्वीकार किया कि शांति ने उसे बैग इस डर से दिए थे कि आपत्तिजनक विवरण उजागर हो जाएंगे। जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि ज़ब्त की गई संपत्ति और नकदी वी. सेंथिल बालाजी के करीबी सहयोगी एस.टी. सामिनाथन की है।”