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नई दिल्ली: जहां आज पंजाब-हरियाणा (Punjab Haryana) के खनौरी बॉर्डर (Khanauri Border) पर 21 साल के शुभकरण की मौत के विरोध में वहां एकत्र हुए किसान देशभर में ब्लैक डे मनाएंगे। वहीं इस बाबत संयुक्त किसान मोर्चा की बीते गुरुवार को साढ़े 4 घंटे चली बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इसमें करीब 100 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। 

इस बैठक में आगामी 26 फरवरी को देशभर में ट्रैक्टर मार्च और आगामी 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करने पर भी सहमति जताई। इस बैठक के बाद BKU के राकेश टिकैत ने कहा कि शंभू और खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत के विरोध में मोर्चा आज ‘आक्रोश दिवस’ मनाएगा। 

इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान शुभकरण की कथित मौत के मामले में गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के CM मनोहरलाल का इस्तीफा भी मांगा। कहा गया कि किसान पुलिस कार्रवाई की भर्त्सना करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के पुतले फूंकेंगे। 

शुभकरण की मौत पर तनाव, पंजाब सरकार पर किसान क्रुद्ध 

इधर मामले पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ”किसान शुभकरण सिंह की मौत के बाद पंजाब सरकार से बातचीत की जा रही थी। हमारी सभी मांगें मान ली गईं कि हमला करने वालों के खिलाफ धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया जाए, पंजाब सरकार शुभकरण सिंह को ‘शहीद’ का दर्जा दे, उनके परिवार के साथ मुआवजे पर चर्चा की गई और एक बोर्ड बनाया जाए उसके पोस्टमॉर्टम के लिए एक टीम गठित की जाएगी और उसकी वीडियोग्राफी कराई जाएगी।   

उन्होंने आगे कहा कि, “लेकिन अब 14 घंटे से ज्यादा हो गए हैं लेकिन पंजाब सरकार कोई जवाब नहीं दे रही है। तो शुभकरण सिंह का शव अस्पताल में पड़ा हुआ है।   पंजाब सरकार हमारे शहीदों की शहादत का अपमान कर रही है, यह निंदनीय है। वे कह रहे हैं कि घटना स्थल की जांच करनी होगी- चाहे वह पंजाब में हो या हरियाणा में।  मुझे नहीं लगता कि हम अभी शुभकरण सिंह का अंतिम संस्कार कर पाएंगे। पंजाब सरकार के साथ बातचीत अभी भी पूरी नहीं हुई है।”