नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद पहली बार खुलकर बोले। उन्होंने पीएम मोदी (PM Modi) और केंद्र सरकार पर जनकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह पूरा ड्रामा है जो प्रधान मंत्री को एक साधारण सवाल से बचाने के लिए किया गया है। अडानी (Adani) की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये किसके गए? मैं इन धमकियों, अयोग्यताओं या जेल की सजा से डरने वाला नहीं हूं।
सांसद पद से अयोग्य ठहराए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा। मैंने अडानी पर केवल एक सवाल पूछा था… मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा और भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा।
This is the whole drama that is been orchestrated to defend the Prime Minister from the simple question- Who's Rs 20,000 crore went to Adani's shell companies? I am not scared of these threats, disqualifications or prison sentences: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/ohlZCzfwQs
— ANI (@ANI) March 25, 2023
उन्होंने कहा कि संसद में दिया गया मेरा भाषण हटा दिया गया और बाद में मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक विस्तृत उत्तर लिखा। कुछ मंत्रियों ने मेरे बारे में झूठ बोला कि मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी। लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा, मैं पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों पर सवाल उठाता रहूंगा।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ‘मोदी सरनेम’ मामले में दोषी ठहराए जाने पर उनसे पूछताछ कर रहे एक पत्रकार से कहा कि प्रेसमैन बनने का ढोंग मत करो…क्यों हवा निकल गई?”
#WATCH | "Don’t pretend to be a pressman…Kyun hawa nikal gayi?", says Congress leader Rahul Gandhi to a journalist questioning him on his conviction in 'Modi surname' case pic.twitter.com/SdaaUeraoy
— ANI (@ANI) March 25, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और अयोग्य होने या गिरफ्तार होने पर भी मैं इसे करता रहूंगा। मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और मैं इसे करता रहूंगा चाहे मैं अयोग्य हो जाऊं या गिरफ्तार हो जाऊं। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है और इसलिए मैं ऐसा करता हूं। अडानी पर मेरे अगले भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है। इसलिए पहले भटकाव और फिर अयोग्यता का नाटक किया गया।