गाजियाबाद. रविवार की रात जेएनयू में हुई हिंसा की जिम्मेदारी हिंदू रक्षा दलने ली है। खुद को हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रिय अध्यक्ष बताने वाले पिंकी चौधरी ने यह बात कही है। पिंकी चौधरी शालीमार गार्डन के
गाजियाबाद. रविवार की रात जेएनयू में हुई हिंसा की जिम्मेदारी हिंदू रक्षा दलने ली है। खुद को हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रिय अध्यक्ष बताने वाले पिंकी चौधरी ने यह बात कही है। पिंकी चौधरी शालीमार गार्डन के रहने वाले है।
सोमवार की रात सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पिंकी चौधरी ने कहा है कि जो भी देश विरोधी गतिविधियां करेगा उसका अंजाम जेएनयू के छात्रों की तरह होगा।
चौधरी ने कहा रविवार रात जेएनयू में हुई हिंसा की सारी जिम्मेदारी हम लेते है। हमारे धर्म के खिलाफ इतना हमारे धर्म के खिलाफ इतना गलत बोलना इनका सही नहीं है। कई वर्षों से जेएनयू कम्युनिस्टों का अड्डा बना हुआ है। और ऐसे अड्डे हम बर्दाश्त नहीं करते। पहले से हम लोग अपने धर्म के लिए अपने प्राण न्योछावर करने के लिए तत्पर तैयार रहते है। ऐसी गतिविधियां हम लोग बर्दाश्त नहीं करेगी।
भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने वीडियो ने दावा किया है कि जेएनयू में जो रविवार को कार्रवाई हुई है, वह सब हिंदू रक्षा दल के कार्यकर्ता थे। आगे भी अगर किसी ने ऐसी देश विरोधी गतिविधियांकरने की कोशिश की तो हम ऐसी ही कार्रवाई युनिवर्सिटों में कराएंगे।
Watch this video.
This guy associated with Hindu Raksha Dal has taken responsibility of JNU attack and said that his organisation will keep doing such attacks in future too if people will speak against Hindu religion.
#JNUTerrorAttack #ABVP_TERRORISTS #JNUattack pic.twitter.com/zWLYrs4Aad
— Md Asif Khan آصِف (@imMAK02) January 6, 2020
आपको बतादें कि जेएनयू(जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) परिसर में रविवार रात को हिंसा भड़क गयी थी जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला किया, परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जिसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था। घटना के बाद कम से कम 18 घायलों को एम्स में भर्ती कराया गया। हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष को सिर में चोट आई है।
जेएनयू प्रशासन ने कहा कि लाठियों से लैस नकाबपोश उपद्रवी परिसर के आसपास घूम रहे थे। वे संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे और लोगों पर हमले कर रहे थे। वाम नियंत्रित जेएनयू छात्र संघ और आरएसएस समर्थित एबीवीपी ने करीब दो घंटे तक चली हिंसा के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।