नवभारत डिजिटल टीम: बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी सीट से भाजपा की उम्मीदवार कंगना रनौत अपने बयान को लेकर एक बार फिर सुर्खियों में है। उनके इस बयान का एक विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने सुभाष चंद्र बोस को स्वतंत्र भारत का पहला प्रधानमंत्री बताया था। बताया जा रहा है कि तीखी आलोचना के बाद बॉलीवुड एक्ट्रेस अपनी बात पर कायम हैं।
भाजपा की उम्मीदवार ने एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए पोस्ट किया कि ये मजाक आप पर ही है। मैं आपके आईक्यू से बहुत आगे की बात कर रही हूं, तो आपको ऐसा लग रहा है कि मुझे जानकारी नहीं है। अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक कार्यक्रम में तथ्यात्मक रूप से गलत टिप्पणी की थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने आलोचना की थी और कई लोगों ने उनके सामान्य ज्ञान पर सवाल उठाए थे।
Wut did I just hear? pic.twitter.com/dnRwyqdnOY
— Swati Chaturvedi (@bainjal) April 4, 2024
जिस पर अभिनेत्री ने कहा कि जो लोग मुझे भारत के पहले प्रधानमंत्री को लेकर ज्ञान दे रहे हैं, इस स्क्रीनशॉट को जरूर पढ़ें, यहां उन लोगों के लिए कुछ सामान्य ज्ञान है, जो सभी प्रतिभाशाली लोग जो मुझे कुछ जानकारी हासिल करने के लिए कह रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि मैंने एक फिल्म लिखी है, अभिनय किया है, फिल्म प्रोड्यूस की है। आपातकाल मुख्य रूप से नेहरू परिवार के इर्द-गिर्द घूमता है, इसलिए कृपया कोई छेड़छाड़ न करें। उन्होंने यह भी कहा कि मैं आपके आईक्यू से बहुत आगे की बात कर रही हूं, तो आपको ऐसा लग रहा है कि मुझे जानकारी नहीं है।
हिमंत ने कंगना की टिप्पणी का किया बचाव
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने अभिनेत्री से नेता बनीं और मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी कंगना रनौत की टिप्पणी का बचाव किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के पहले प्रधानमंत्री थे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘जो लोग कंगना का मजाक उड़ा रहे हैं – सत्ता हस्तांतरण के बाद प्रधानमंत्री के रूप में पंडित नेहरू के शपथ लेने के करीब चार साल पहले 21 अक्टूबर 1943 को नेताजी ने आजाद हिंद सरकार बनायी थी, जिसके वह प्रमुख थे।”
To those mocking @KanganaTeam 👇
On 21 October 1943, Netaji established the Azad Hind Govt, of which he was the head, nearly 4 years before Pt Nehru took oath as Prime Minister following transfer of power.Nine countries recognised the Azad Hind Govt as the legitimate… https://t.co/keSVDxbQBf
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) April 5, 2024
उन्होंने कहा, ‘‘नौ देशों ने आजाद हिंद सरकार को भारत की वैध सरकार के तौर पर मान्यता दी थी। उपनिवेशवादियों की तर्ज पर इतिहास की व्याख्या करने की इस अवचेतन इच्छा को ‘गुलामी की मानसिकता’ कहा जाता है।” रनौत ने हाल में एक मीडिया सम्मेलन के दौरान यह टिप्पणी की थी जिसकी वीडियो क्लिप शुक्रवार को सोशल मीडिया में प्रसारित हुयी।