
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने यूट्यूब (You Tube) पर दिखाई जाने वाली विषय सामग्री के निर्माताओं से अपने काम के जरिये स्वच्छता, डिजिटल भुगतान और ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान पर जागरूकता फैलाने का बुधवार को आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘देश को जागरूक करो, एक आंदोलन शुरू करो।”
उन्होंने कहा कि वह 15 वर्ष से एक यूट्यूब चैनल के माध्यम से देश और दुनिया से जुड़े हुए हैं। मोदी ने लगभग पांच हजार विषय सामग्री निर्माताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी विषय सामग्री लोगों को प्रभावित करती है और उनके पास इसे और अधिक प्रभावी बनाने का मौका है।
VIDEO | PM Modi received a warm welcome as he virtually addressed the YouTube Fanfest India 2023 being held in Mumbai earlier today. pic.twitter.com/p7gi6LTAN0
— Press Trust of India (@PTI_News) September 27, 2023
उन्होंने कहा, ‘‘हम सब मिलकर करोड़ों लोगों को महत्वपूर्ण बातें आसानी से सीखा और समझा सकते हैं। दोस्तों, वैसे तो मेरे चैनल पर हजारों वीडियो हैं, लेकिन मेरे लिए सबसे ज्यादा संतुष्टि तब हुई जब मैंने यूट्यूब के माध्यम से हमारे देश के लाखों छात्रों से परीक्षा तनाव, अपेक्षा प्रबंधन, उत्पादकता जैसे विषयों पर बात की।”
स्वच्छता आप सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए
कुछ विषयों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ पिछले नौ वर्ष में एक बड़ा अभियान बन गया है, जिसमें हर कोई योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि मशहूर हस्तियों ने इसका समर्थन किया और देश के सभी हिस्सों में लोगों ने इसे एक मिशन में बदल दिया और ‘यूट्यूबर्स’ ने स्वच्छता को और अधिक प्रभावी बना दिया। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमें रुकना नहीं है। जब तक स्वच्छता भारत की पहचान नहीं बन जाती, हम नहीं रुकेंगे। इसलिए, स्वच्छता आप सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए।”
डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दूसरा विषय है- डिजिटल भुगतान। यूपीआई की सफलता के कारण आज दुनिया के डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत है। आप देश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को डिजिटल भुगतान करने के लिए प्रेरित करें, उन्हें अपनी वीडियो के माध्यम से सरल भाषा में डिजिटल भुगतान करना सिखाएं।”
स्थानीय कारीगरों के पास अद्भुत कौशल
मोदी ने कहा कि एक अन्य विषय ‘वोकल फॉर लोकल’ है। उन्होंने कहा, भारत में बहुत सारे उत्पाद स्थानीय स्तर पर बनाए जाते हैं और स्थानीय कारीगरों के पास अद्भुत कौशल है। उन्होंने विषय सामग्री निर्माताओं से कहा कि वे अपने काम के जरिए भी इन्हें बढ़ावा दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि ये विषय जन आंदोलन से जुड़े हैं और देश के लोगों की ताकत ही उनकी सफलता का आधार है। (एजेंसी)