नई दिल्ली: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के दिल्ली शाखा ने कल शाहीन बाग के जामिया नगर से ड्रग तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट (Drug Smuggling Syndicate) का पर्दाफाश किया है जिसमें अफगान, पाकिस्तान और भारतीय मूल के लोग शामिल हैं। एनसीबी ने करीब 400 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद (Drugs) की है।
डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि एक सीक्रेट ऑपरेशन पर काम करते हुए दिल्ली के शाहीन बाग और जामिया इलाके में रेड कर एक घर से 50 किलो हेरोइन और 47 किलो संदिग्ध नारकोटिक्स बरामद किया है. साथ ही, 30 लाख रुपये कैश और नोट गिनने की मशीन बरामद की है।
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के दिल्ली शाखा ने कल शाहीन बाग के जामिया नगर से 50 किलो हेरोइन, 47 किलो संदिग्ध नारकोटिक्स, 30 लाख रुपये नकद के साथ कई अन्य चीजों को बरामद किया है। ये सारा सामान जूट के बैग और अन्य बैग में बांधा हुआ था: ज्ञानेश्वर सिंह, DDG, उत्तरी क्षेत्र, दिल्ली pic.twitter.com/QQSAnJlpU3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 28, 2022
गौरतलब है कि, पुलिस के जांच में यह सामने आया कि, हेरोइन पेड़ की डालियों में कैविटी बनाकर छिपकर समुंदर और पाक बॉर्डर के रास्ते भारत में ले गई थी। वहीं, NCB को शक है कि बरामद कैश भी हवाला के जरिए देश में लाया गया है। डीडीजी ऑपरेशन्स संजय कुमार सिंह ने बताया कि, हिन्दुतान में इस इंटरनेशनल सिंडिकेट के तार दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से जुड़े हैं। जब्त की गई ड्रग्स की खेप को जूट के बैग में अलग-अलग मात्रा में रखा गया था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, मादक पदार्थ थैलों, जूट की बोरी में और फ्लिपकार्ट एवं अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के पैकेट में लपेट कर रखा गया था। उन्होंने बताया कि दिल्ली में मादक पदार्थों की, वह भी किसी आवासीय इलाके से यह सबसे बड़ी जब्ती है। अधिकारी ने बताया कि अन्य 47 किग्रा ‘संदिग्ध’ मादक पदार्थ भी परिसरों से जब्त किया गया और एनसीबी ने जांच के लिए उसे प्रयोगशाला भेज दिया है।
उन्होंने बताया कि, जब्त की गई हेरोइन अफगानिस्तान से तस्करी कर लाई गई थी और नकदी हवाला के जरिये लाये जाने का संदेह है। सिंह ने कहा, ‘‘यह खुलासा हुआ है कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) तथा पड़ोसी राज्यों में सक्रिय एक ‘इंडो-अफगान’ (भारत-अफगान) गिरोह इस मामले से संबद्ध है। इस गिरोह को स्थानीय स्तर पर हेरोइन उत्पादन करने में महारत हासिल है। ”
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि, गिरोह का सरगना दुबई में रहता है और एजेंसी मामले की आगे की जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति, भारतीय नागरिक, को गिरफ्तार किया गया है वह शाहीन बाग में छापा मारे गये आवासीय अपार्टमेंट में नहीं रहता था और उसने इसे किराये पर ले रखा था।