नई दिल्ली:राज्यों में कोयला संकट (Coal Crisis) पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह (RK Singh) ने कहा कि, हमने विभिन्न राज्यों को कई लाख टन कोयला आवंटित किया है। लेकिन वे इसे नहीं उठा रहे हैं, तो किसे दोष देना चाहिए।
ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने कहा कि, राजस्थान कोयला संकट के दौर से गुजर रहा है जो खुद ही पैदा हुआ है। उन्हें कैप्टिव कोयला खदानें दी गई हैं। खनन में दिक्कत आई तो उनकी ही थी।
केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने आगे कहा कि, इसी तरह झारखंड ने भी अपने मुद्दे खुद बनाए हैं। हमारे कोयला मंत्री को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कई बार वहां जाना पड़ा। उन पर डीवीसी का हजारों करोड़ का कर्ज है। बिजली मुफ्त नहीं है, अगर आप उन्हें भुगतान नहीं करेंगे तो वे आपको कैसे देंगे?
Similarly, Jharkhand too has created its own issues. Our coal minister had to go there several times to sort out the issue. They owe thousands of crores to DVC. Electricity is not free, if you do not pay them, how will they provide it to you?: RK Singh, Union Power Minister
— ANI (@ANI) May 9, 2022
उल्लेखनीय है कि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के कई राज्यों में जारी कोयला व बिजली संकट के चलते 2 मई को बैठक बुलाई थी। यह बैठक अमित शाह के निवास पर हुई थी, जिसमें कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी, ऊर्जा मंत्री आरके सिंह व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौजूद थे। बता दें कि, देश के कई राज्यों में बढ़ती गर्मी के वजह से बिजली की मांग बढ़ी है, तो इसकी आपूर्ति भी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
बीपीएससी परीक्षा लीक दुर्भाग्यपूर्ण
वहीं, बिहार लोकसेवा आयोग की परीक्षा टलने के मुद्दे पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीपीएससी परीक्षा में बैठने के लिए लाखों लोग साल भर में तैयारी करते हैं। लोगों सोचते हैं कि परीक्षा ईमानदारी से और निष्पक्ष होगी, लेकिन ऐसी घटनाएं होती हैं। यह लाखों लोगों के दिलों को झकझोर देता है। बीपीएससी अध्यक्ष सुनिश्चित करें कि ऐसा दोबारा न हो।’