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इसी महीने भारत आ रहे टेस्ला के मालिक करेंगे PM मोदी से मुलाकात

टेस्ला के संस्थापक और CEO इलॉन मस्क इसी महीने भारत आ रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। दरअसल भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार अब तेजी से बढ़ रहा है और टेस्ला की नजर इस पर पड़ चुकी है।

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नई दिल्ली: अब जल्द ही टेस्ला (Tesla) की इलेक्ट्रिक कारों का भारत में उत्पादन शुरू हो सकता है। दरअसल टेस्ला के संस्थापक और CEO इलॉन मस्क (Elon Musk) इस महीने भारत (India) आ रहे हैं और वे प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात करेंगे। हालाँकि इसके पहले भी मस्क भारत आने के इच्छुक थे। लेकिन तब टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों का भारत में उत्पादन को लेकर वे गहरे संशय में थे।

आगामी 22 से 27 अप्रैल के बीच भारत आ सकते हैं मस्क
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से बताया था कि मस्क की यह विजिट आगामी 22 से 27 अप्रैल के बीच हो सकती है। उनकी यह पहली भारत यात्रा भी होगी। माना जा रहा है कि, मस्क इस दौरान भारत में टेस्ला के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का ऐलान कर सकते हैं। मोदी और मस्क अब तक 2 बार मिल चुके हैं। 2015 में कैलिफोर्निया में टेस्ला फैक्ट्री में इन दोनों दिग्गजों की मुलाकात हुई थी। इसके बाद फिर बीते जून 2023 में दोनों न्यूयॉर्क में मिले थे।

मस्क कर चुके हैं मोदी सरकार से ये बड़ी मांग
हालांकि साल 2022 में टेस्ला ने भारत आने की इच्छा जताई थी, लेकिन तब उनकी कंपनी और सरकार के बीच बात नहीं बन पाई थी। लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि, अचानक मस्क फिर भारत आने में दिलचस्पी क्यों दिखा रहे हैं। दरअसल टेस्ला ने एक समय मोदी सरकार से पूरी तरह से अपनी असेंबल गाड़ियों पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को 100% से घटाकर 40% करने की मांग की थी। इतना ही नहीं मस्क चाहते थे कि, पहले भारत में कारों की बिक्री की जाए, इसके बाद प्लांट लगाने पर विचार किया जाएगा।

भारत आने की क्या है मस्क की मज़बूरी
लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है और भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है और टेस्ला की व्यवसायिक नजर इसी पर लगी है। फिर अब अमेरिकी और चीनी बाजारों में EV डिमांड धीमी हुई है। चीनी व्हीकल्स से भी टेस्ला को तगड़ा कॉम्पिटिशन मिल रहा है। अन्य निजी मीडिया चैनल के अनुसार भारत दुनिया का चौथा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार है। अब यहां पेट्रोल-डीजल के साथ इलेक्ट्रिक कारों का बाजार भी तेजी से बढ़ रहा है। देश में 2021-22 में जहां मात्र 21,163 इलेक्ट्रिक कारें बिकी थीं, वहीं फिर साल 2022-23 में 154% की बढ़ोतरी के साथ यह संख्या 53,843 हो गई।

भारतीय बाजार में टाटा मोटर्स का दबदबा

हालांकि भारत का EV मार्केट अभी छोटा है लेकिन यह तेजी से बढ़ भी रहा है। देखा जाए तो यहां फिलहाल स्थानीय कार निर्माता टाटा मोटर्स का दबदबा है। 2023 में कुल कार बिक्री में EV की हिस्सेदारी सिर्फ 2% थी। लेकिन अब मोदी सरकार का इसे 2030 तक 30% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखे हुए हैं। बस मस्क की व्यवसायिक नजर इसी एक आंकडें पर टिक गई हैं, वे भारतीयों की टेस्ला की इलेक्ट्रिक कारों के प्रति रुझान से भलीभांति परिचित हैं। तभी तो अब इस बहती गंगा में अपने हाथ धोने का मन बना चुके हैं। हालांकि क्या अब भी मोदी सरकार सरकार, मस्क को इलेक्ट्रिक कारों की इंपोर्ट पर छूट देने पर तभी विचार कर सकती है, जब वे और टेस्ला भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का कमिटमेंट करती है। फिलहाल यह सब टेस्ला के संस्थापक और CEO इलॉन मस्क के आगामी भारत दौरे और PM मोदी की मुलाकात पर टिका है।