
नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ पहलवानों (Wrestlers) का गुस्सा कम होता नहीं दिख रहा है। रविवार को नए संसद भवन के उद्घाटन अवसर पर पहलवान प्रदर्शन करने के लिए नए संसद भवन की तरफ कूच कर गए थे। इस बीच पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प हुई और पहलवानों को हिरासत में लिया गया। दिल्ली पुलिस ने जंतर-मंतर खाली कराया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अब पहलवानों का विरोध प्रदर्शन खत्म हो जाएगा। आइये जानते हैं कि पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) क्या कहती हैं। उन्होंने कहा कि हमने अभी आगे के बारे में नहीं सोचा है। हम आगे के बारे में बाद में जानकारी देंगे।
पहलवान विनेश फोगट और संगीता फोगट की बस में मुस्कुराते हुए फोटो को एडिट करने के मामले पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि सोशल मीडिया पर हमारी तस्वीरें एडिट करके डाली गई, हम परेशान थे लेकिन हमारी हंसती हुई तस्वीर एडिट की गई। हमें परेशान करने के लिए ऐसा किया गया। मुझे नहीं लगता कि यह सही है, हमें बदनाम करने की कोशिश की गई। हमने अभी आगे के बारे में नहीं सोचा है। हम आगे के बारे में बाद में जानकारी देंगे।
Those who are doing this have no shame at all. How does God create such people? Pasting smiles on the faces of girls who are disturbed…I don't think they even have a heart. They are trying to defame us: Wrestler Sakshee Malikkh when asked about a morphed photo of wrestlers… pic.twitter.com/BCwTue6sfI
— ANI (@ANI) May 29, 2023
कल के धरने और उनके खिलाफ दर्ज हुई FIR पर पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि कल जो स्थिति बनी वह ख़राब थी, हम शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे थे। जंतर-मंतर से 10 कदम की दूरी पर बैरिकेडिंग की गई थी। हमें जबरदस्ती बस में उठाकर डाला गया। हमें घसीटा गया, हमें चोट भी आई।
#WATCH | Delhi | On yesterday's protest, their detention and FIR against them, wrestler Sakshee Malikkh says, "The situation yesterday was bad. We wanted to march peacefully but they didn't let us do that. There was barricading right from Jantar Mantar. They started pushing us… pic.twitter.com/gVwnhe6rbQ
— ANI (@ANI) May 29, 2023
28 मई को पहलवानों का धरना व मार्च पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारी करते हुए कहा कि कल प्रदर्शनकारियों ने उनसे किए गए सभी अनुरोधों के बावजूद कानून का उल्लंघन किया। इसीलिए धरने को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। यदि पहलवान भविष्य में फिर से धरने के लिए आवेदन देते हैं, तो उन्हें जंतर-मंतर के अलावा किसी अन्य उपयुक्त स्थान पर अनुमति दी जाएगी।