नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: सेहत के लिए खानपान अच्छा होना जरूरी है तो वहीं पर इसके बिना तबीयत खराब हो ही जाती है इलाज के मामले में एलोपैथी दवाओं का सेवन करना तो आम बात हो गई है लेकिन आयुर्वेद दवाओं के अलावा होम्योपैथी दवाओं ( Homeopathy Medicine) का इलाज आज भी कई लोगों द्वारा किया जाता है। इसे आज भी कई लोग करना पसंद करते है। जानिए क्या है इसके वो खास मजबूत सिद्धांत।
होम्योपैथी के ये सबसे मजबूत सिद्धांत
यहां पर इलाज के लिए होम्योपैथी दवाओं का सेवन करना अच्छा माना जाता है जो इस प्रकार है…
1- कम मात्रा में डोज
यहां होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति में सबसे कम डोज दवाओं का सिद्धांत अपनाया जाता है इसमें मरीज का इलाज करने से पहले दवा की कम खुराक दी जाती है. यह इलाज पोटेंटाइजेशन की थ्योरी पर बेस्ड है। इस प्रक्रिया से शरीर में केमिकल टॉक्सीसिटी कम की जाती है, जिससे थेरेप्यूटिक इफेक्ट बढ़ने लगता है।
2- पूरा रखता है सेहत पर फोकस
होम्योपैथी दवाओं से इलाज किसी मरीज को उसकी सामान्य बीमारी से नहीं बल्कि मेडिकल हिस्ट्री का पता लगाने के बाद शुरु किया जाता है। होम्योपैथी का मकसद व्यक्ति को सिर्फ उस बीमारी से छुटकारा दिलाना नहीं बल्कि ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाना है।
3-सिंगल उपाय पर काम
होम्योपैथी दवाओं द्वारा इलाज एक ही मेडिसिन शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक लक्षणों के इलाज करने में मदद करती है जहां पर एक समय पर एक ही दवा की खुराक देते है इसका नतीजा देखने के बाद स्वास्थ्य विशेषज्ञ इलाज को प्रभावी बनाते है।
4- नहीं होता साइड इफेक्ट
यहां पर होम्योपैथी दवाओं द्वारा इलाज करने से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट देखने के लिए नहीं मिलता है सदियों से चली आ रही होम्योपैथी इलाज पद्धति और दवाईयां आज भी पूरी तरह सुरक्षित हैं. इसकी दवाईयां केमिकल्स फ्री होती हैं।
5- लंबे समय के इलाज के लिए प्रभावी
यह होम्योपैथी दवाओं द्वारा इलाज किसी प्रकार से लंबे समय के लिए किया जाता है। इस चिकित्सा पद्धति में बीमारी को जड़ से खत्म करने पर काम किया जाता है. इससे मरीज को हमेशा के लिए उस रोग से मुक्ति मिलती है।