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    -सीमा कुमारी

    साल 2022 ज्येष्ठ मास की चतुर्थी तिथि यानी ‘एकदंत संकष्टी चतुर्थी’ (Ekdanta Sankashti Chaturthi) 19 मई दिन गुरुवार को है। हिंदू धर्म में इस तिथि का   विशेष महत्व है। यह तिथि प्रथम पूजनीय देव गणेश जी को समर्पित होती है। इस पावन दिन गणेश भगवान की विधि-विधान से पूजा- अर्चना करने से करियर, बिजनेस, धन, दौलत, सुख, समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है। 

    भगवान गणेश जी की कृपा से कार्यों में सफलता और तरक्की मिलती है। वे बिगड़े कामों को भी बना देने वाले और उसमें सफलता प्रदान करने वाले देव है। संकष्टी चतुर्थी व्रत रखने और गणेश पूजन करने से सभी प्रकार के संकट दूर होते हैं।

    ज्योतिषाचार्य च्रकपाणि भट्ट के अनुसार, संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ विशेष उपाय करने से जीवन में सफलता और तरक्की मिलती है। आइए जानें उन उपायों के बारे में –

    ज्योतिषाचार्य च्रकपाणि भट्ट के अनुसार, आपको अपने करियर या काम में सफलता प्राप्त नहीं हो रही है, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करें. फिर उनके गं गणपतये नमः मंत्र का कम से कम 11 बार जाप करें। हर जाप के साथ गणेश जो एक फूल अर्पित करें।

    कहते हैं कि, इस दिन गणेश जी को पूजा में पान का पत्ता अवश्य अर्पित करें। पान के पत्ते पर हल्दी से स्वास्तिक बना लें, फिर उसे गणेश जी को अर्पित कर दें। ऐसा करने से आपके विरोधियों और शत्रुओं का प्रभाव शुन्य होगा, आपके कार्यों में बाधाएं नहीं आएंगी। कार्य सफल होगा।

    एकदंत संकष्टी चतुर्थी के दिन 108 बार ‘वक्रतुण्डाय हुं’ मंत्र का जाप करने से गणेश जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।

    आपको अपने जीवन के दुखों और संकटों से मुक्ति चाहिए, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी के समक्ष तांबे का एक लोटा स्थापित करें। उसमें एक रुपये का सिक्का और एक सुपारी डालकर रख दें।