mumbai BJP office
मुंबई बीजेपी कार्यालय

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मुंबई. सत्ता संघर्ष में शिवसेना से मात खाने वाली बीजेपी अब उसके सबसे मजबूत गढ़ में ही उसे पटखनी देने की तैयारी कर रही है.पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस का पूरा ध्यान कोंकण पर है.कोंकण पर फोकस करने से बीजेपी को मुंबई एवं ठाणे जिले की दो दर्जन से अधिक विधानसभा सीटों पर सीधा फायदा होने की उम्मीद है. 

 कोंकण शिवसेना का मजबूत आधार रहा है.कोंकण के मतदाताओं के बलबुते शिवसेना वर्षों से मुंबई एवं ठाणे मनपा पर काबिज होती रही है.शिवसेना पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में बनी महाविकास आघाड़ी की सरकार में कोंकण के मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है.जिसको देखते हुए बीजेपी कोंकण में न केवल संगठन को मजबूत करने का प्रयास कर रही है, बल्कि आम लोगों में अपनी अलग छवि बनाना चाहती है.जिसको लेकर बीजेपी ने कोंकण के नेताओं को जहां पार्टी संगठन में महत्व दिया है, वहीं जनसमस्याओं के निराकरण एवं क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी मुंबई एवं ठाणे के विधायकों को सौपीं है.

कार्यसमिति में कोंकण के नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी 

 पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने हाल ही में अपनी कार्यसमिति घोषित की है.जिसमें कोंकण के नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गयी है.पाटिल ने भिवंडी के सांसद कपिल पाटिल,पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रहे माधव भंडारी, विधानपरिषद सदस्य प्रसाद लाड, महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं ठाणे की माधवी संजय नाईक को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी है, जबकि डोंबिवली के विधायक पूर्व मंत्री रविंद्र चव्हाण को महासचिव बनाया गया है.सिंधुदुर्ग के पूर्व विधायक प्रमोद जठार, ठाणे के संदीप लेले एवं भिवंडी के दयानंद चोरघे को सचिव पद की जिम्मेदारी दी गई है.रायगढ़ के विक्रांत पाटिल को भाजयुमो का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. कोंकण के मछुआरों पर पकड़ और अधिक मजबूत करने के लिए नवी मुंबई के चेतन रमेश पाटिल को पार्टी के मच्छीमार प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया गया है पार्टी महासचिव रविंद चव्हाण को कोंकण के रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग एवं पालघर जिलेमें संगठन की जिम्मेदारी दी गई है. विधानसभा की 75 सीटें मुंबई, ठाणे,पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी एवं सिंधुदुर्ग जिले में हैं.जहां शिवसेना का मजबूत वोट बैंक है. सिंधुदुर्ग जिले की 3, रत्नागिरी जिले की 5 और रायगढ़ जिले की 7 सीटें तो सीधे तौर पर शामिल हैं ही, इसके अलावा  पालघर की 6, ठाणे की 18 और मुंबई की 36 में से कई विधानसभा सीटों पर भी कोंकणी मतदाता बड़ी संख्या में हैं.

वर्तमान में सिंधुदुर्ग जिले की 3 सीटों में से एक सीट बीजेपी के पास

 वर्तमान में सिंधुदुर्ग जिले की 3 सीटों में से सिर्फ 1 सीट बीजेपी की है.वह भी पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के खुद की ताकत पर आयी है. बाकी दो सीटें शिवसेना के पास है. रत्नागिरी जिले की पांच सीटों में से बीजेपी जीरो है,जबकि शिवसेना-एनसीपी के पास दो- दो सीटें हैं. एक सीट पर कांग्रेस है. रायगढ़ जिले की 7 सीटों में से बीजेपी 2, शिवसेना 3 और 2 सीट अन्य के पास है.पालघर जिले की 6 सीटों पर भी बीजेपी जीरो है जबकि शिवसेना, एनसीपी और सीपीआई के पास एक-एक सीट है. 3 सीटें बहुजन विकास आघाड़ी के कब्जे में हैं.

फडणवीस ने खुद कोंकण का दौरा किया

 कोंकण के नागरिकों के दिल में स्थान बनाने के लिए पार्टी उनकी समस्याओं को सुलझाने में जुट गई है.पिछले माह आए तूफान की वजह से कोंकण के लोगों का बहुत नुकसान हुआ है.सरकारी मदद पहुंचने के पहले बीजेपी राहत सामग्री के साथ लोगों के बीच पहुंच गई.पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद कोंकण का दौरा कर लोगों की मुश्किलों को जानने का प्रयास किया. पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद नारायण राणे,विधायक नितेश राणे अपने स्तर पर विकास कार्यों को प्रमुखता दे ही रहे थे अब विधानपरिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर, विधानपरिषद सदस्य प्रसाद लाड, कोंकण स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी निरंजन डावखरे, विजय भाई गिरकर, विलेपार्ले के विधायक पराग अलवानी सहित अन्य विधायकों को अलग-अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंप दी गई है.