Oxygen Cylinder explosion during refilling it at an Oxygen plant in Uttar Pradesh, two people dead, many injured
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    पुणे. नासिक (Nashik) में कोविड-19 रोगियों के एक अस्पताल में ऑक्सीजन के रिसाव (Oxygen Leakage) के बाद इस गैस की आपूर्ति बाधित होने से कम से कम 22 कोविड-19 मरीजों की मृत्यु (Death) हो गयी थी। नासिक में ऑक्सीजन रिसाव के कारण हुई इस त्रासदी के मद्देनजर पुणे जिले (Pune District) में प्रशासन ने जिले के सभी सरकारी, नगर निकाय संचालित अस्पतालों और निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली (Oxygen Supply System) का ऑडिट (Audit) करवाने के आदेश दिये हैं। 

    पुणे के जिलाधिकारी राजेश देशमुख ने को इस बारे में एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि सभी सरकारी, मनपा संचालित एवं निजी कोविड अस्पताल ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली का ‘थर्ड पार्टी सुरक्षा ऑडिट’ करवाएं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था एवं अन्य तकनीकी बंदोबस्त सुरक्षित हैं और ठीक हालत में हैं। आदेश के मुताबिक, ऑडिट के बाद अस्पतालों को निकाय संस्थाओं और जिला प्रशासन को पत्र भेजकर बताना होगा कि उनके यहां ऑक्सीजन आपूर्ति की प्रणाली सुरक्षित है।

    सभी कोविड हॉस्पिटलों का तत्काल फायर ऑडिट करें  

    उधर. वसई-विरार अस्पताल में आग लगने और नासिक में ऑक्सीजन रिसाव जैसी दुर्घटनाएं पिंपरी-चिंचवड में नहीं होनी चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शहर अध्यक्ष संजोग वाघेरे पाटिल ने एहतियात के तौर पर शहर में सभी सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों की तत्काल फायर ऑडिट की मांग की है। इस संबंध में पिंपरी-चिंचवड़ नगर कमिश्नर राजेश पाटिल से मुलाकात की और एक पत्र सौंपा है। इसमें वाघेरे पाटिल ने कहा है कि नासिक में ऑक्सीजन रिसाव हुआ था और फिर वसई-विरार में अस्पताल में आग लग गई। दोनों घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण और दिल दहला देने वाली हैं। ऐसा पिंपरी-चिंचवड़ में न हो इसके लिए सारी सावधानियां बरती जाएं।