Seeking reservation for Maratha community, MP Sambhajiraje Chhatrapati begins fast unto death

संभाजी को मनाने के लिए सभी दलों के नेता जुट गए हैं.

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    मराठा समाज को आरक्षण का हक दिलाने के लिए 4 दिनों से अनशन पर बैठे सांसद छत्रपति संभाजी राजे की सख्त भूमिका है कि जब तक मराठाओं की मांग के मुद्दे लेकर सरकार की ओर से लिखित निर्णय नहीं दिया जाता, उनका अनशन जारी रहेगा. राज्य भर से लोग मराठा समुदाय की प्रभावशाली हस्ती संभाजी राजे के समर्थन में मुंबई के आजाद मैदान में जमा होने लगे हैं. इससे महाराष्ट्र सरकार हिल गई है. संभाजी को मनाने के लिए सभी दलों के नेता जुट गए हैं. गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने अनशन स्थल पर जाकर संभाजी राजे से मुलाकात की. इसके बाद राजे ने कहा कि गृह मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर शत-प्रतिशत ध्यान देंगे. उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि राज्य सरकार अपने अंतर्गत आने वाले सभी मुद्दों को हल करने के लिए तैयार है लेकिन जो मामला उसकी क्षमता के बाहर है, उसे हल करने में असमर्थ है. 

    गरीबों को न्याय जरूरी

    संभाजी ने कहा कि उनका अनशन किसी भी राजनीतिक दल के खिलाफ नहीं है. उनकी इच्छा यही है कि मराठा समाज के गरीबजनों को न्याय मिले. सरकार चाहे तो इसके लिए सही राह निकाल सकती है. महाविकास आघाड़ी सरकार ने हमसे कहा था कि 15 दिनों में इसका हल निकाल लेंगे लेकिन यह वादा खोखला साबित हुआ. दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि मराठा समाज की मांग पूरी होनी चाहिए. सरकार की भी यही राय है लेकिन हमारे लिए संभाजी राजे का स्वास्थ्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए वे अनशन समाप्त करें. अन्य नेताओं के अलावा अरविंद सावंत, अनिल देसाई, राहुल शेवाले, प्रसाद लाड तथा विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने संभाजी राजे से भेंट कर अनशन समाप्त करने का अनुरोध किया.

    मराठा आरक्षण उपसमिति की बैठक

    संभाजी राजे के अनशन को राज्य के विभिन्न हिस्सों में मराठा समुदाय का व्यापक समर्थन मिल रहा है. नांदेड़ और पंढरपुर में बंद का आवाहन किया गया. नांदेड़ में टायर जलाकर सरकार के प्रति विरोध दर्शाया गया. मराठा आरक्षण उपसमिति की बैठक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई जिसमें संभाजी राजे के स्वास्थ्य पर चिंता जताई गई. राज्य सरकार ने संभाजी राजे को चर्चा के लिए निमंत्रित किया है. उनकी ओर से एक प्रतिनिधि मंडल सीएम से मिलने गया. सरकार ने संभाजी राजे को सूचित किया था कि मराठा समाज के पिछड़ेपन का अध्ययन करने के लिए स्वतंत्र, समर्पित पिछड़ा वर्ग आयोग गठित करने का निर्णय लिया गया है, फिर भी वे अनशन पर बैठे.

    स्वास्थ्य बिगड़ा

    अनशन के तीसरे दिन संभाजी राजे के रक्तदाब व रक्तशर्करा में कमी आ गई. कमजोरी तथा सिरदर्द भी होने लगा. उन्होंने कोई भी दवा या इंजेक्शन लेने से इनकार कर दिया. राजे की पत्नी संयोगिता राजे ने अपील की कि संभाजी राजे को मानसिक त्रास न दिया जाए.