भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की 5 सदस्यीय आर्थिक सलाहकार परिषद में शामिल किया गया है. इस परिषद के अन्य सदस्यों में नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री एस्थर डफलो, पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम, पूर्व केंद्रीय वित्त सचिव एस. नारायण तथा विकासमूलक फ्रेंच अर्थशास्त्री ज्यां द्रे जे का समावेश है. तमिलनाडु सरकार रघुराम राजन सहित सभी सदस्यों के अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए समाज के सभी वर्गों के आर्थिक विकास के लिए काम करेगी.
रघुराम राजन मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों के आलोचक रहे हैं. उन्होंने यह आभास होने पर कि उनका गवर्नर का टर्म नहीं बढ़ाया जाएगा, पहले ही इस्तीफा देकर अमेरिका में अध्यापन करने लौट गए थे. भारत में कोरोना की बेकाबू स्थिति के लिए उन्होंने दूरदर्शिता की कमी और नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया था. तमिलनाडु की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य के रूप में रघुराम राजन सामाजिक न्याय व आर्थिक विकास से जुड़े मुद्दों, महिलाओं को समान अवसर दिए जाने तथा आर्थिक विकास, रोजगार तथा उत्पादकता में वृद्धि करने जैसे मुद्दों पर परामर्श देंगे. वे सेवा क्षेत्र को भी बेहतर बनाने की सलाह दे सकते हैं.