नयी दिल्ली: हवा की दिशा और गति तथा अन्य अनुकूल वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण दिल्ली और उसके उपनगरों में वायु गुणवत्ता में रविवार को और सुधार हुआ। लेकिन फिर भी यहां धुंध की मोटी परत बरकरार है।सुबह सात बजे राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 290 रहा, जो बाद में बढ़कर 398 हो गया।
24 घंटे का औसत एक्यूआई प्रतिदिन शाम चार बजे दर्ज किया गया जो शनिवार को 319, शुक्रवार को 405 और बृहस्पतिवार को 419 रहा। गाजियाबाद (275), गुरुग्राम (242), ग्रेटर नोएडा (232), नोएडा (252) और फरीदाबाद (318) में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब दर्ज की गई।
#WATCH | Delhi: Air quality in ‘Very poor’ category with an overall AQI of 398; drone visuals from near IIT Delhi
(Visuals shot at 7:25 am) pic.twitter.com/i9eEgspMww
— ANI (@ANI) November 19, 2023
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 और 100 के बीच “संतोषजनक”, 101 और 200 के बीच “मध्यम”, 201 और 300 के बीच “खराब”, 301 और 400 के बीच “बहुत खराब”, 401 और 450 के बीच को “गंभीर” और 450 से ऊपर को ‘‘अति गंभीर” माना जाता है।
#WATCH | Delhi: Air quality in ‘Very poor’ category with an overall AQI of 398; drone visuals from near Ashram area
(Visuals shot at 7:30 am) pic.twitter.com/6DyK5sCmnz
— ANI (@ANI) November 19, 2023
केंद्र सरकार ने शनिवार को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में हवा की अनुकूल गति के कारण वायु गुणवत्ता में हुए सुधार के बाद क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे चरण के तहत लगाए गए प्रतिबंधों को रद्द करने का आदेश दिया। एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने दिल्ली-एनसीआर से सभी आपातकालीन उपायों को रद्द करने का आदेश दिया है जो केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस छह संबंधित वाहनों के दिल्ली में प्रवेश की अनुमति देते हैं।
सीएक्यूएम के नवीनतम आदेश के अनुसार, जीआरएपी के चौथे चरण में केवल आवश्यक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी गई थी जबकि इससे अलग सभी मध्यम एवं ट्रकों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया था।