नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला (Money Laundering Case ) दर्ज किया है। लेकिन, इस खबर के सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय के शीर्ष अधिकारी ने किसी भी तरह के मामला दर्ज करने से इनकार किया है। इससे पहले इस मामले में कथित भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई ने पहले ही मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। शराब घोटाले मामले को लेकर सीबीआई ने सिसोदिया के दिल्ली स्थित आवास सहित 31 जगहों पर छापेमारी की थी।
Enforcement Directorate (ED) registers a money laundering case against Delhi's Deputy Chief Minister Manish Sisodia in connection with the Delhi Excise Policy 2021-22 case: Officials pic.twitter.com/nOJ3wus7Du
— ANI (@ANI) August 23, 2022
CBI की छापेमारी के बाद डिप्टी मनीष सिसोदिया ने दावा किया था कि ,उनके खिलाफ यह झूठा मामला है। उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते कहा था कि, ‘ये सभी झूठे मामले हैं। मैं एक ईमानदार आदमी हूं। वास्तव में, मैं अरविंद केजरीवाल टीम के साथ हूं इसलिए ये सब किया जा रहा है। इनका निशाना है अरविंद केजरीवाल है।”
यही नहीं, डिप्टी सीएम ने भाजपा को लेकर एक सनसनीखेज दावा भी किया। सिसोदिया ने कहा कि, “उन्हें बीजेपी द्वारा मुख्यमंत्री पद की पेशकश की गई थी और कहा गया था कि अगर उन्होंने आम आदमी पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए तो सभी मामलों को बंद कर दिया जाएगा।” हालांकि बीजेपी ने मनीष सिसोदिया के इस दावे का खंडन किया है और उनसे सबूत पेश करने के लिए कहा है।
शराब घोटाले में मामले को लेकर मनीष सिसोदिया ने कहा कि, बहुत जल्द ही वह गिरफ्तार हो सकते है। उन्होंने कहा था कि, “सत्येंद्र जैन पहले से जेल में हैं। 2-3 दिन में मैं भी गिरफ्तार हो जाऊंगा। यह शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम रोकने की साजिश है।”
इस मामले को लेकर आरोप प्रत्यारोप जारी है। एक तरफ बीजेपी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी बता रही है। वहीं, आप ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से साजिश करने का आरोप लगाया है।