shraddha murder
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    नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने बहुचर्चित श्रद्धा मर्डर केस में आरोपी आफताब पूनावाला (Aftab Poonawala) के खिलाफ दायर चार्ज शीट पर संज्ञान लिया है। चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद कोर्ट ने मामले की जांच के लिए 21 फरवरी की तारीख तय की है। इस चार्ज शीट में आरोपी आफताब के कबूलनामे से कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।  इसमें आरोपी ने बताया कि उसने कैसे श्रद्धा की लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाया। यही नहीं आरोपी ने यह भी बताया कि, उसने कई हड्डियों को ग्राइंडर में पीसकर उसके पाउडर को सड़क पर फेंका था। 

    दिल्ली पुलिस की और से दायर चार्जशीट के अनुसार, कातिल आफताब ने कबूल किया, “मैं पोस्सेस्सिव था और झगड़े के दौरान मैं श्रद्धा के साथ मारपीट कर देता था। जिसकी उसने मुम्बई पुलिस में भी शिकायत की थी। हम दोनों ने अपने रिश्ते में सुधार करने के लिए एक ट्रिप का प्लान किया। हम दोनों ट्रिप पर 28-29/03/2022 को मुंबई से निकल गए और हरिद्वार पहुंच गए। फिर हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, मसूरी, मनाली और चंडीगढ़ घूमते हुए पार्वती वैली पहुंचे। जहां हमें बद्री नाम का लड़का मिला, जिससे हमारी ‘बंबल एप’ से दोस्ती हुई थी। उसने हमे अपने घर दिल्ली आने के लिए इन्वाइट किया था। हम करीब एक सवा महीने घूमने के बाद मई 2022 के पहले हफ्ते लगभग दिनांक 05/05/2022 को बद्री के घर छत्तरपुर पहाड़ी दिल्ली पर पहुंचे थे। हम उसके घर पर करीब आठ-दस दिन रुके थे। वहां भी मेरे और श्रद्धा के बीच झगड़ा हुआ था। इस कारण से हमारा ब्रेकअप हो गया था।”

    चार्जशीट में आफताब ने यह भी कहा, “मेरे और श्रद्धा के बीच में अक्सर झगड़ा होने के कारण बद्री ने हमें अपने घर से जाने को कहा। इसके बाद हम दोनों ब्रोकर राहुल रॉय के जरिये रोहन कुमार नील के मकान H. No. 93, Gali No.  1.60 Futa Road, Chattarpur Pahari, New Delhi पर 1st Floor को किराए पर ले लिया और यहीं रहने लगे।”

    चार्ज शीट में यह भी कहा गया कि, “उस समय हम दोनों के पास कही जॉब भी नहीं थी। ज्यादातर पैसा ट्रिप में खर्च हो चुका था। यहां पर भी हम दोनों में छोटी-छोटी बातों को लेकर काफी झगड़ा होने लगा था। दिनांक 18/05/2022 को शाम करीब 6 – 6।30 बजे मुझे अपने किराए के घर वसई से जाकर घर का सामान लाने की कही। मैंने उसे तबीयत खराब होना का बताकर जाने से मना किया था, तो वह गुस्सा हो गई। कहने लगी की दोनों के पास केवल दो बैग है। खाने-पीने का कोई सामान नहीं है। रोजाना मार्केट का खाना सेहत के लिए अच्छा नहीं है। इसके बाद मैंने उसे आधा पैसा खर्चा देने को कहा। जिस पर श्रद्धा आग बबूला हो गई और मुझसे गाली गलोच करने लगी। मैं भी उससे झगड़ा करने लगा और गाली दी।”

    दोनों हाथों से उसका गला दबाया 

    आरोपी ने बताया कि, “आरोपी ने हमेशा से छुटकारा पाने के लिए उसको (श्रद्धा) अपने रास्ते से हटाने के लिए मन बना लिया था। उसको जान से मारने के लिए उसको पकड़ कर फर्श पर गिरा लिया। उसकी छाती पर बैठकर अपने दोनों हाथों से कसकर उसका गला दबाये रखा। जब तक वह मर नहीं गई। उसकी डेड बॉडी को बाथरूम में छिपा दिया। फिर मैंने उसकी डेड बॉडी को डिस्पोज़ करने के लिए उसकी डेड बॉडी के छोटे-छोटे टुकड़े करके किसी बड़े ब्रीफकेस में डालकर कहीं फेंक आने की प्लानिंग की।

    दोनों हाथ के कलाई आरी से काटकर बाथरूम में ही रख दी थी

    आरोपी ने बताया कि, ‘उसने 60 फूटा रोड छत्तरपुर पहाड़ी से एक हार्डवेयर की दुकान नंबर 652 से एक हथौड़ा एक आरी और उसकी तीन ब्लेड खरीदी। घर पर आकर श्रद्धा की डेड बॉडी के दोनों हाथ के कलाई आरी से काटकर एक पॉलिथीन में बाथरूम में ही रख दी थी।’

    तीन चार महीनों बाद सिर को जंगल में फेंका

    आरोप पत्र में आरोपी ने यह भी कहा कि, ‘मैंने लाश के टुकड़ों को पेट्रोल से जलाया और कई हड्डियों को ग्राइंडर में पीसकर उसके पाउडर को 100 फूटा सड़क पर डाल दिया था। उसकी बॉडी के कुछ पार्ट पॉलिथीन में डालकर 60 फुटा रोड छत्तरपुर पहाड़ी पर रखे एक डस्टबिन में डाल दिए। उसके कुछ अन्य बॉडी पार्ट्स को छत्तरपुर पहाड़ी के श्मशान घाट के पास वाले जंगल, रेन बसेरा उत्तरपुर एन्क्लेव के पीछे जंगल, गुरुग्राम की तरफ जाने वाले एमजी रोड और छत्तरपुर पहाड़ी के पास जंगल में फेंका था। वारदात के करीब तीन चार महीनों बाद उसके सिर को छत्तरपुर एन्क्लेव के जंगल में फेंक दिया था।

    पूनावाला के खिलाफ 6,000 पेज की चार्जशीट

    दिल्ली पुलिस ने 24 जनवरी को इस मामले में 6,000 पन्नों की चार्जशीट दायर की थी। वहीं, पूनावाला की हिरासत 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई थी। आईएएनएस के सूत्रों के मुताबिक, चार्जशीट फॉरेंसिक और इलेक्ट्रॉनिक सबूतों के आधार पर तैयार की गई थी और इसमें करीब 100 गवाह हैं।