इंदौर: मध्य प्रदेश राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2023 (Madhya Pradesh State Service Main Examination) की डेट आगे बढ़ाने की मांग को लेकर बेमियादी आंदोलन कर रहे उम्मीदवारों ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के इंदौर स्थित मुख्यालय के सामने सोमवार की रात खुले आकाश तले गुजारी। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रदर्शनकारी उम्मीदवारों ने MPPSC मुख्यालय के सामने सड़क पर ही बिस्तर बिछा दिया और वे सर्द रात में अलाव तापते भी देखे गए। इस दौरान उन्होंने भजन-कीर्तन भी किया।
90 दिन समय की मांग
इन उम्मीदवारों का प्रदर्शन सोमवार दोपहर से जारी है। प्रदर्शनकारियों के अगुवा आकाश पाठक ने कहा कि राज्य सेवा परीक्षा 2023 के प्रारंभिक दौर का परिणाम 18 जनवरी को घोषित किया गया था। मुख्य परीक्षा के लिए 11 से 16 मार्च तक का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। MPPSC ने मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए हमें पर्याप्त समय नहीं दिया है। उम्मीदवारों का कहना है कि प्रारंभिक परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए कम से कम 90 दिन का समय दिया जाना चाहिए।
आयोग के सामने रखा गया है विचार
MPPSC के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (OSD) रवींद्र पंचभाई ने कहा कि प्रदर्शनकारियों की मांग को आयोग के सामने विचार के लिए रखा जाएगा। पंचभाई ने दावा किया कि प्रारंभिक परीक्षा में चयनित कई उम्मीदवारों ने MPPSC से गुजारिश की है कि मुख्य परीक्षा तय कार्यक्रम के मुताबिक ही आयोजित हो ताकि इसका परिणाम वक्त पर घोषित किया जा सके।
18 जनवरी को प्री का रिजल्ट हुआ था जारी
अधिकारियों ने बताया कि राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2023 के 18 जनवरी को घोषित परिणाम में मुख्य परीक्षा के अगले दौर के लिए करीब दो लाख में से 5,589 उम्मीदवारों का चयन किया गया था। राज्य सेवा परीक्षा 2023 के तहत प्रशासनिक सेवाओं के कुल 229 पद भरने के लिए विज्ञापन जारी किया गया था।