
रीवा/भोपाल. दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को रीवा (Rewa) में सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा। उन्होंने इन दोनों पार्टियों को राज्य से उखाड़ फेंकने और आगामी विधानसभा चुनाव में आप को वोट देने की अपील की।
भाजपा और कांग्रेस को भूल जाएंगे
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “मध्य प्रदेश में दो पार्टियां हैं। इस बार आप लोग इन दोनों पार्टियों को उखाड़ फेंकिए और आम आदमी पार्टी को एक मौका दीजिए। मैं आपको चुनौती देता हूं, आप इन दोनों पार्टियों को भूल जाएंगे।”
#WATCH | Rewa, MP: Delhi CM and AAP National Convenor Arvind Kejriwal says,"…In Madhya Pradesh, there are two parties…This time you people uproot these parties and give one chance to AAP…I challenge you, you will forget both of these parties…" https://t.co/BCzpxfzLUg
— ANI (@ANI) September 18, 2023
MP सरकार का ऐसा जनता पर खर्चा होगा
केजरीवाल ने मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार सरकार देने का वादा करते हुए कहा, “पैसे की कोई कमी नहीं है। इन लोगों (मध्य प्रदेश सरकार) ने (आपको) लूटा है। हमने दिल्ली में भ्रष्टाचार खत्म किया। जब हमारी सरकार पंजाब में आई, तो हमने पूर्व मंत्रियों पर छापे मारे। (यहां भी) हम उन्हें (भ्रष्ट मंत्रियों को) जेल में डाल देंगे। इनके घर से इतना पैसा निकलेगा कि आपकी शिक्षा मुफ्त हो जाएगी और बिजली भी मुफ्त हो जाएगी। मध्य प्रदेश सरकार का एक-एक पैसा आप पर खर्च होगा।”
#WATCH | Rewa, MP: Delhi CM and AAP National Convenor Arvind Kejriwal says, "There is no dearth of money… These people(Madhya Pradesh government) have looted(you)… We ended corruption in Delhi. When our government came to Punjab, we raided the former ministers… (Here too)… pic.twitter.com/23FRsqPucJ
— ANI (@ANI) September 18, 2023
कब होंगे चुनाव?
इससे पहले मध्य प्रदेश आप प्रभारी भूपिंदर सिंह जून ने कहा था कि आप इस साल के अंत में होने वाले विधान सभा चुनाव में सभी 230 सीटों पर लड़ने की योजना बना रही है। आप ने राज्य विधानसभा चुनाव से पहले जगतार सिंह दियालपुरा और रजनीश कुमार दहिया को मध्य प्रदेश का सह-प्रभारी नियुक्त किया है। राज्य में इस साल के अंत में 230 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं।
2020 में गिर गई थी कांग्रेस की सरकार
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव 2018 में कांग्रेस सत्ता में आई और अनुभवी नेता कमल नाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बहरहाल, 2020 में राज्य में एक राजनीतिक उथल-पुथल मच गई, जब तत्कालीन कांग्रेसी ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने 22 वफादार विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। जिसके चलते कांग्रेस सरकार गिर गई। इसके बाद भाजपा ने सरकार बनाई और शिवराज सिंह चौहान दोबारा मुख्यमंत्री बने।