मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra News) के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे (Agriculture Minister) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल चीनी फैक्ट्री भूमि घोटाला मामले में (Sugar mill land scam case) धनंजय मुंडे बरी हो गए है। जैसा की हम सब जानते है। विपक्षी दल के नेता के तौर पर सरकार पर भारी पड़ रहे धनंजय मुंडे धोखाधड़ी के आरोपों से घिरे हुए थे।
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच की और अंबाजोगाई के कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया। सुनवाई के बाद कोर्ट ने मुंडे और उनके साथियों को बरी कर दिया। उनकी ओर से अधिवक्ता अशोक कवाडे ने पैरवी की। आइए जानते है आखिर क्या है पूरा मामला…
आखिर क्या है मामला
धनंजय मुंडे ने 10 साल पहले पूस में संत जगमित्र शुगर फैक्ट्री के निर्माण के लिए किसानों से 83 करोड़ रुपये इकट्ठा किए थे। बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने चुनौती दी थी कि सरकार को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ठाकरे सरकार इस घोटाले की निष्पक्ष जांच करने जा रही है कि क्या फैक्ट्री अभी तक नहीं बनी है और पैसा और जमीन कहां गई है।
चीनी मिल के निर्माण के लिए 10 वर्ष पूर्व किसानों से अंशपूंजी के रूप में 83 करोड़ रुपये लिये गये थे, दस वर्ष बीत जाने के बावजूद चीनी मिल का निर्माण नहीं हो सका है। ये सारा पैसा, जमीन कहां गई? उन्होंने ये सवाल उठाया भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने चुनौती दी थी कि सरकार को पहले यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या ठाकरे सरकार इस घोटाले की निष्पक्ष जांच कर रही है कि पैसा और जमीन कहां गई और जुटाई नहीं गई। आखिरकार इस मामले में कृषि मंत्री धनंजय मुंडे बरी हुए है। ऐसे में अब महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर कई सवाल उठ रहे है।