Gas cylinder

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  • सभी का कहना है घरों का बजट बिगड़ रहा है
  • प्रस्तुत है शहर की महिलाओं के विचार

अकोला. यहां पर रसोई गैस सिलेंडर के दाम अब 700 रू. पार कर चुके हैं. जिसके कारण अब लोगों को तकलीफ होने लगी है. महिलाओं से बातचीत करने पर अनेक महिलाओं का कहना है कि रसोई गैस के बढ़ते दामों के कारण अब घर का बजट बिगड़ने लगा है. अनेक महिलाओं का कहना है कि सरकार ने रसोई गैस के बढ़ते दामों पर अब रोक लगानी चाहिए. दाम बढ़ाने की भी एक मर्यादा होनी चाहिए. प्रस्तुत है शहर की गणमान्य महिलाओं के विचार-

डा.पूनम मानकर पिसे

स्थानीय प्राध्यापिका तथा कवियत्री डा.पूनम मानकर पिसे का कहना है कि मध्यम वर्गीय लोगों के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाएं भी खाना बनाने के लिए रसोई गैस का इस्तेमाल कर रही हैं. सभी लोग अब जैसे रसोई गैस के सिलेंडर पर निर्भर होकर रह गए हैं. इस परिस्थिति में सरकार द्वारा आए दिन गैस सिलेंडर के दाम बढ़ाना कहीं से भी उचित नहीं है. सरकार ने तुरंत इस ओर ध्यान देना चाहिए. 

डा.पद्मा मोटवानी

स्थानीय महिला रोग चिकित्सक डा.पद्मा मोटवानी का कहना है कि यह बात सही है कि अब रसोई गैस के दाम काफी बढ़ चुके हैं. इस बारे में कोई शंका नहीं है कि रसोई गैस के बढ़ते दामों का असर घर के बजट पर पड़ता ही है. लाकडाउन के कारण अभी भी लोगों की परिस्थिति सुधरी नहीं है. सरकार का काम है कि इन बढ़ते हुए दामों पर रोक लगाए. 

रुचि तिवारी

स्थानीय अशोक नगर निवासी गृहिणी रुचि तिवारी का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर शुरू लाकडाउन के कारण सभी की परिस्थिति खराब हुई है. सरकार का काम था कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए फिलहाल रसोई गैस के दाम नहीं बढ़ाने चाहिए थे. अभी भी इन बढ़ते दामों पर रोक लगाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि बस इस बात की खुशी है कि रसोई गैस के सिलेंडर तुरंत उपलब्ध हो जाते हैं.

शाहिन अंजुम

स्थानीय मनपा पार्षद शाहिन अंजुम का कहना है कि रसोई गैस के दाम बहुत अधिक बढ़ाए गए हैं. इससे घर का बजट अब बिगड़ने लगा है. वर्तमान समय में मध्यम वर्गीय परिवारों से लेकर सभी वर्गों के लोग रसोई गैस के सिलेंडर का उपयोग करते हैं. लाकडाउन के कारण पहले ही स्थिति बहुत खराब है उस पर अब रसोई गैस के बढ़ते दाम लोगों को परेशान कर रहे हैं. केंद्र सरकार द्वारा इन बढ़ते दामों पर रोक लगानी चाहिए. 

कृष्णा तापड़िया

स्थानीय गृहिणी कृष्णा तापड़िया का कहना है कि रसोई गैस के दाम अब धीरे धीरे 700 से अधिक हो गए हैं. बस एक ही बात अच्छी है कि सिलेंडर तुरंत मिल जाते हैं. फिर भी सरकार का काम है कि दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे रसोई गैस के दामों पर रोक लगानी चाहिए. 

एड.वैशाली गवई वानखड़े

स्थानीय वकील एड.वैशाली गवई वानखड़े का कहना है कि पहले केंद्र सरकार ने लोगों को रसोई गैस पर सबसीडी का लालच दिया. फिर धीरे धीरे सबसीडी भी बंद कर दी. कोरोना वायरस के कारण लोग वैसे ही परेशान हैं. रसोई गैस के दिन प्रतिदिन बढ़ाए जा रहे दाम एक प्रकार से गरीबों का गला घोटने के समान है. इन बढ़ते दामों पर रोक लगाना बहुत जरूरी है.