अमरावती. महावितरण की तरफ से 31 मार्च तक बकाया बिजली बिल वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया गया. इस कारण वित्तीय वर्ष में अमरावती शहर में 407.89 करोड़ में से 397.76 करोड रुपए बिजली बिल वसूल करने में महावितरण को सफलता मिली है. जबकि जनवरी से मार्च इस तीन माह में बकाया बिजली बिल अदा न करनेवाले 6,651 ग्राहकों की बिजली आपूर्ति भी खंडित की गई. जिन ग्राहकों ने बिल अदा किया उनकी बिजली आपूर्ति सुचारु किए जाने की महावितरण प्रशासन ने दी है.
वित्तीय वर्ष का अंतिम महीना मार्च रहने से महावितरण की तरफ से इस महीने में बकाया बिजली बिल की वसूली के लिए विशेष अभियान भी चलाया गया. जिस कारण महावितरण के कर्मचारी सहित अधिकारी भी बिल की वसूली के लिए सड़कों पर उतरे थे. साथ ही जो ग्राहक बकाया बिजली बिल भरने में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनकी बिजली आपूर्ति खंडित करने की चेतावनी भी प्रशासन ने दी थी.
अब भी 10.13 करोड़ बकाया
मार्च महिने में बिजली बिल वसूली के लिए विशेष अभियान चलाया गया. इस कारण एक वर्ष में शहर से 397.76 करोड़ रुपए के बिजली बिल की वसूली हुई है तथा 10.13 करोड रुपए बकाया है.
-आनंद काटकर, कार्यकारी अभियंता, महावितरण.
ग्राहकों को दरवृद्धि का झटका
बिजली लीकेज व अन्य कारणों से हो रहे घाटे को भरने के लिए महावितरण ने प्रस्तावित की दरवृद्धि को राज्य बिजली नियामक आयोग ने मंजूरी दी है. बढ़ते तापमान के साथ-साथ महावितरण के दरवृद्धि का झटका बिजली उपभोक्ताओं को लगेगा. दरवृद्धि करने से घरेली बिजली उपभोक्ताओं का बिजली बिल 25 से 35 प्रतिशत से बढ़ेगा. इस दरवृद्धि का झटका घरेलू ग्राहकों के साथ-साथ कृषि, औद्योगिक, व्यापारी ऐसे सभी बिजली ग्राहकों को लगेगा.
राज्य बिजली नियामक आयोग ने पिछले साल दिए आदेश नुसार महावितरण के बिजली बिल में साढ़े तीन प्रतिशत की वृद्धि की है जिससे बिजली ग्राहकों को दरवृद्धि का बोझ सहना पड़ेगा.
कृषि बिजली दर में बढ़ोतरी कृषि ग्राहकों के लिए बिजली दर प्रति यूनिट 4.17 रुपए से 4.56 रुपए किया गया है तथा कृषि अन्य उपयोग के लिए बिजली दर 6.88 रुपए है. पिछले साल यह दर 6.23 रुपए था. पिछले वर्ष की अपेक्षा यह दरवृद्ध कृषि के लिए 38.18 और कृषि अन्य के लिए 48.28 प्रतिशत हुई है.