अमरावती. स्थानीय लक्ष्मी नगर परिसर में स्वतंत्रता दिवस की सुबह चकमा देकर कार से भाग रहे आरोपी पर अकोला अपराध शाखा पुलिस ने 2 राऊंड फायर किए, इस फायरिंग में गोली लगने से कार का टायर पंक्चर होकर कार इलेक्ट्रिक पोल से टकरा गई, जिससे आरोपी को अकोला एलसीबी ने दबोच लिया. पुलिस ने आरोपी राजू बाजीराव राऊत (30, डाबकी रोड, अकोला) व पवन अनिल काले (19, गायत्री नगर, जूना शहर अकोला) को 20 अगस्त तक पुलिस कस्टड़ी में लिया है. पुलिस महासंचालक कार्यालय से प्राप्त दिशा निर्देश के तहत विशेष पुलिस महानिरीक्षक चंद्रकिशोर मीणा अकोला पुलिस व्दारा की गई फायरिंग की जांच करेंगे ऐसी जानकारी पुलिस सूत्रों से मिली है.
स्थानीय पुलिस को नहीं दी सूचना
अकोला शहर के डाबकी रोड में रहने वाला राजू बाजीराव राऊत (30) अंतरराज्जीय चोर है. महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में उसके खिलाफ 34 से अधिक मामले दर्ज है. एमपी में देसी कट्टे से फायरिंग करके 2 हत्या, हत्या के प्रयास, लूटपाट, दुष्कर्म जैसे संगीन मामले दर्ज है. जिनमें राजू राऊत लंबे समय से गिरफ्तार नहीं हुआ था. अकोला पुलिस राजू राऊत की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. अकोला एलसीबी को जानकारी मिली कि राजू राऊत अमरावती के लक्ष्मी नगर में किसी दुर्योधन नामक रिश्तेदार के घर में छिपा हुआ है. जिसके चलते अकोला एलसीबी के एपीआई गोपाल ढोके के नेतृत्व में एक दल सोमवार की सुबह अमरावती पहुंची, लेकिन अकोला पुलिस ने स्थानीय गाडगे नगर पुलिस को कोई पूर्व सूचना न देकर स्वयं लक्ष्मीनगर परिसर में राजू राऊत के रिश्तेदार के घर के पास जाल बिछाया.
पुलिस पर तानी पिस्तौल
पुलिस के आने की भनक लगते ही राजू राऊत सतर्क हो गया. उसने पुलिस की टीम पर पिस्तौल तानकर पुलिस वालों को धमकाने का प्रयास किया. साथ ही अपनी बलेनो कार (एमएच 15 एचजी 5777) में सवार होकर वहां से भागने लगा. ऐसे में पुलिस के दल ने अपने वाहन से राजू राऊत का पीछा किया और उसकी कार को रूकवाने के लिए कार के टायर पर एक के बाद एक दो फायर किये. जिससे कार का टायर पंक्चर हो गया. कार लहराकर इलेक्ट्रिक पोल से टकराई. पुलिस ने राजू राऊत और उसके साथी पवन काले को हिरासत में लिया.
लक्ष्मी नगर में फायरिंग की खबर मिलती ही गाडगे नगर पुलिस वहां पहुंची. पुलिस ने पंचनामा कर दो खाली कारतूस घटनास्थल से जब्त की. वहीं आरोपी के पास से देसी कट्टा व 2 जिंदा कारतूस जब्त किया. अकोला पुलिस ने अमरावती शहर में आकर कार्रवाई करने से पहले स्थानीय गाडगे नगर पुलिस को किसी तरह की कोई जानकारी क्यों नहीं दी. इस बात को लेकर प्रश्न उठाए जा रहे हैं.
डीजी आफिस से जांच के निर्देश
आरोपी पर फायरिंग करने के मामले को गंभीरता से लेकर पुलिस महासंचालक कार्यालय से जांच के निर्देश मिले है, जिसके चलते अकोला पुलिस की जांच के अधिकार व निर्देश आयजी चंद्रकिशोर मीणा को दिए है. इस प्रकरण से संबंधित सभी विस्तृत जानकारी मांगी गई है.