strike
प्रतीकात्मक तस्वीर

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छत्रपति संभाजीनगर : रिजर्व बैंक ने मलकापुर अर्बन बैंक (Malkapur Urban Bank) पर निर्बंध लगाए है। इस बैंक में मराठवाड़ा (Marathwada) और विदर्भ (Vidarbha) के 175 पतसंस्था के करीब 300 करोड़ रुपए अटके पड़े है। यह रकम पाने के लिए पतसंस्थाओं की ओर से प्रयास जारी है। परंतु हमें कामयाबी नहीं मिल रही है, इसलिए शहर में हडको में स्थित मलकापुर बैंक की शाखा के समक्ष कल 20 मार्च को अनशन (Strike) किया जाएगा। यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य पतसंस्था फेडरेशन के अध्यक्ष काकासाहाब कोयटे, निवेशधारक कृति समिति के अध्यक्ष डॉ. शांतिलाल सिंगी ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी। 

उन्होंने बताया कि मराठवाड़ा और विदर्भ के 175 पतसंस्था के पैसे वापिस मिले, इसको लेकर निवेशधारक कृति समिति की स्थापना की गई है। डॉ. शांतिलाल सिंगी यह समिति के अध्यक्ष है। काकासाहाब कोयटे ने कहा कि राज्य पतसंस्था फेडरेशन यह 175 पतसंस्था के साथ है। इसको लेकर कृति समिति की ओर से मलकापुर बैंक के चैनसुख संचेती को ज्ञापन देकर 300 करोड़ रुपए वापिस देने की मांग की है। इस मांग पर हमने मलकापुर बैंक के खिलाफ आंदोलन करने का निर्णय गत महीने ही लिया था। 

बैंक के चैयरमैन चैनसुख संचेती ने इस मामले का हल निकालने के लिए एक महीने का समय मांगा था। उन्होंने मांगा हुआ एक महीने का समय गुजरकर कई दिन हुए। परंतु मलकापुर बैंक की ओर से आज तक पतसंस्था के निवेश किए हुए 300 करोड़ रुपए लौटाने को लेकर किसी प्रकार की पहल नहीं की जा रही है। विशेषकर, संचेती से दूरभाष पर संपर्क करने पर वे फोन भी रिसीव नहीं कर रहे है। इसलिए सोमवार को शहर के हडको परिसर में स्थित मलकापुर बैंक के सामने आंदोलन करने का निर्णय लिए जाने की जानकारी महाराष्ट्र राज्य पतसंस्था फेडरेशन के अध्यक्ष काकासाहाब कोयटे, निवेशधारक कृति समिति के अध्यक्ष डॉ. शांतिलाल सिंगी ने दी। अंत में उन्होंने मलकापुर बैंक पर प्रशासक मंडल की नियुक्ति करना, प्रशासक मंडल पतसंस्था निवेश धारक में से होना चाहिए। बैंक में हुए घोटाले की धारा 88 के तहत तत्काल जांच करना, दोषी संचालकों पर घोटाले में सामने आने वाली रकम निश्चित कर उस संचालक की संपत्ति जब्त करने की मांग की। प्रेस वार्ता में दादाराव तुपकर, संभाजी राचुरे उपस्थित थे।