स्वास्थ्य सेवाओं को पूरी तरह अनदेखा कर रही राज्य सरकार: पूर्व सीएम अशोक चव्हाण

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छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र सरकार (Eknath Shinde government) के स्वास्थ्य सेवाओं को अनदेखा (Ignore) करने की वजह से आज राज्य में हर दिन सैंकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। शहर के घाटी व नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में जो मौतें हुई हैं। यह सरकार के अनदेखी से हुई है। यह आरोप राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री (Former CM) अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) ने लगाया है।

कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक के लिए शहर में आए अशोक चव्हाण ने प्रेसवार्ता में यह आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार को मरीजों की बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सकारात्मक भूमिका अपनानी चाहिए। परंतु सरकार इस मामले में गंभिर न होने से आज तक सरकारी अस्पतालों में रिक्त पदों को भरने के लिए अनदेखी की जा रही है। नांदेड में बच्चों की मौत के बाद मैंने नवजात शिशु विभाग का जब दौरा किया तब एक-एक इन्क्यूबर में 3-3 बच्चे रखे हुए थे।

विभाग में कुल 63 बच्चों के लिए सिर्फ 3 नर्सेस तैनात थी। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या 3 नर्सेस इतने बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल कर पाएगी। दवाईयांं, नर्सेस व डॉक्टरों की कमी से नांदेड के सरकारी अस्पताल में बच्चों व लोगों ने अपनी जान गंवायी। इन घटनाओं के बाद मैंनें नांदेड सरकारी अस्पताल का दौरा कर निजी नर्सेस, डाक्टर उपलब्ध कराए। दानकर्ताओं से दवाईयां उपलब्ध कराने की अपील की। उस अपील पर हमें अच्छा प्रतिसाद भी मिल।

स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए सीएम शिंदे को किया आगाह
चव्हाण ने बताया कि नांदेड के सरकारी अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीजों ने जान गंवाने के बाद मैंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जिस अस्पताल में 500 बेड की व्यवस्था है, वहां 1 हजार से 1200 मरीज भरती को लेकर आगाह करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाने के लिए कड़े कदम उठाने पर बल दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि मैंने सीएम शिंदे से सरकारी अस्पतालों में जरुरी दवाईयां, नर्सेस व डॉक्टरों की भरती करने की मांग की है। उन्होंने हर जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के सरकार के निर्णय पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि आए दिन सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बजट में कमी ला रही है। ऐसे में कैसे हर जिले में मेडिकल कॉलेज चला पाएगी।