Aurangabad

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    औरंगाबाद: शहर के एमआईडीसी वालूज थाना (MIDC Waluj Police Station)  क्षेत्र में स्थित  बंद पड़ी फतेजा फोर्जिंग कंपनी परिसर (Fateja Forging Company) में रविवार की सुबह धड़  से सिर अलग कर युवक की हत्या (Murder) कर फेंकी हुई लाश मिली थी। हत्यारों ने लाश का चेहरा भी जला दिया था। यह घटना बीते रविवार को उजागर होने के बाद पुलिस के समक्ष हत्यारों का पकड़ना एक चैलेंज था, परंतु एमआईडीसी वालूज पुलिस ने शहर क्राईम ब्रांच की मदद से युवक के हत्या का सुराग लगाने में कामयाबी हासिल करते हुए दो हत्यारे मित्रों को गिरफ्तार किया है। घटना में मारे गए युवक की पहचान 21 वर्षीय अजय निलवर्ण उर्फ देशमुख और उसकी हत्या करनेवाले हत्यारों की पहचान 21 वर्षीय प्रतीक सत्यवान शिंदे निवासी हिवरे तहसील कोरेगांव जिला सातारा और 19 वर्षीय निखिल भाऊसाहब गरड निवासी जलगांव तहसील पैठण के रुप में की गई हैं। 

    एमआईडीसी वालूज थाना के पीआई संदिप गुरमे ने बताया कि बीते रविवार की सुबह हमें जानकारी मिली थी कि इस परिसर में बंद पड़ी फतेजा फोर्जिंग कंपनी परिसर में एक युवक की धड से सिर अलग की हुई लाश पड़ी हुई है। इसी जानकारी पर पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर लाश का पंचनामा किया। मृतक का चेहरा जला होने से पुलिस के समक्ष हत्यारों को पकड़ना और मृतक व्यक्ति की पहचान करना एक चैलेंज था। 

    पुलिस ने किया फोटो को सोशल मीडिया पर वायरल

    पीआई गुरमे ने बताया कि युवक की क्रुरता से हत्या की हुई लाश मिलने के बाद हमें उसकी पहचान करने में काफी परेशानियां आयी। हमने एमआईडीसी वालूज और आस-पास परिसर में मिली हुई लाश के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर मृतक की पहचान करने में कामयाबी हासिल की। तब हमें यह जानकारी मिली की कंपनी परिसर में मिली हुई लाश 21 वर्षीय अजय व्यंकट नीलवर्ण निवासी मंगलूर तहसील मानवत, जिला परभणी की है। वह बीते कुछ माह से वालूज परिसर के रांजनगांव में अपने माता-पिता के साथ रहता था। पीआई गुरमे ने बताया कि वह घर से एक-एक सप्ताह न पहुंचने के कारण उसके माता-पिता ने भी उसके लापता होने के बारे में हमारे पास शिकायत नहीं लिखाई थी।

    पुलिस की मेहनत रंग लाई

    पुलिस ने मृतक की पहचान करने के बाद शहर क्राइम ब्रांच की टीम की मदद से जांच शुरु की। तब पुलिस को जानकारी मिली कि इनके मित्रों में से एक मित्र का जन्मदिन होने से 14 जनवरी को 6 मित्र एक साथ आए थे। उन्होंने दोस्त के जन्मदिन पर दिन भर खूब शराब पी। देर शाम शराब के नशे में मृतक अजय निलवर्ण ने नशे की हालत में हत्यारों को खूब गाली-गलौज शुरु की। जिसके चलते तीनों मित्रों में खूब विवाद हुआ। इस विवाद के बीच अन्य तीन मित्रों ने मध्यस्थता कर मामले को शांत किया। परंतु आरोपी निखिल और प्रतिक को अजय द्वारा दी हुई गालियां से गुस्सा था। 

    बंद पड़ी कंपनी में ले जाकर की हत्या 

    मृतक अजय द्वारा दी गई गालियों से हत्यारे प्रतिक शिंदे और निखिल गरड में उसके खिलाफ काफी गुस्सा था। उन्होंने गुस्से में बदला लेने की ठानी। 14 जनवरी की रात उन्होंने अजय को  खूब शराब पिलाई। उसके बाद वे उसे एमआईडीसी वालूज क्षेत्र में बंद पड़ी फतेजा कंपनी परिसर में बाइक पर लेकर पहुंचे। वहां उन्होंने उसकी पत्थरों से कुचलकर क्रुरता से हत्या की। जिसमें उसका सिर धड से अलग हुआ। 

    पुलिस ने कल्याण और ठाणे से किया गिरफ्तार

    हत्यारों ने उसका सिर भी जलाया। उसके बाद हत्यारों ने अजय के जेब में रखें 6 हजार रुपए भी चूराए और उसकी बाइक लेकर अहमदनगर फरार हो  गए। वहां उन्होंने उसकी बाइक बेचकर वहां से सीधे कल्याण पहुंचे। वहां उन्होंने अपना पेट पालने के लिए काम भी शुरु किया था, परंतु पुलिस ने दिन-रात मेहनत कर चार दिन में ही  आरोपियों तक पहुंची। पुलिस ने कल्याण-ठाणे पहुंचकर हत्यारों को गिरफ़्तार करते ही उन्होंने सारी सच्चाई बयान की। हत्यारे पुलिस को यह पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया हैं। 

    इन्होंने की कार्रवाई पूरी 

    यह कार्रवाई शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता, डीसीपी दीपक गिरे, एसीपी अशोक थोरात के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच के पीआई अविनाश आघाव, एमआईडीसी वालूज थाना के पीआई संदीप  गुरमे, पीआई सचिन इंगोले, गणेश ताठे, एपीआई मदनसिंह घुणावत, गौतम वावले, पीएसआई संदिप शिंदे, राहुल निर्वल, सचिन पागोटे, चेतन ओगले, राजेन्द्र बांगर, अशोक इंगोले, पुलिस नाईक बाबासाहाब काकडे, बालु लहरे, राजाभाउ कोल्हे, यशवंत गोवाडे, अविनाश ढगे, हनुमंत ठोके, शिवनारायण नागरे, प्रदीप कुटे, सुरेश कचे, सुरज अग्रवाल, लखन घुसिंगे, क्राईम ब्रांच के एपीआई काशिनाथ मांडुले, पीएसआई प्रविण वाघ, राहुल खरात, अमोल शिंदे, नितिन देशमुख, काकासाहाब आधाने, दादासाहब झारगड ने पूरी की। सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का सीपी डॉ. गुप्ता ने अभिनंदन किया हैं।