MP Imtiaz Jalil

छत्रपति संभाजीनगर: केन्द्र सरकार द्वारा औरंगाबाद (Aurangabad) का नामांतर छत्रपति संभाजीनगर करने के खिलाफ औरंगाबाद नामांतर विरोधी कृति समिति के बैनर तले और सांसद इम्तियाज जलील (MP Imtiaz Jalil) के प्रमुख मार्गदर्शन में बीते 14 दिनों से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने क्रमिक अनशन जारी था। इस अनशन के खिलाफ हिंदु संगठनों की ओर से रविवार को मोर्चा का आयोजन किया गया है। एक तरफ क्रमिक अनशन तो दूसरी तरफ हिंदु संगठनों की ओर से निकाले जाने वाले मोर्चा के चलते शहर में हालत खराब होने के आसार हैं। ऐसे में शहरवासियों को राहत देते हुए सांसद इम्तियाज जलील ने घोषणा की है कि बीते 14 दिन से नामांतर के खिलाफ जारी क्रमिक अनशन स्थगित कर नामांतर की लड़ाई अब कोर्ट (Court) में लड़ने का निर्णय लिया गया है।  

उन्होंने बताया कि मुझे जानकारी मिली कि हिंदु संगठनों की ओर से रविवार को आयोजित मोर्च में एक टीवी चैनल के संपादक  के अलावा हैदराबाद के बीजेपी विधायक राजा भैय्या को बुलाया गया हैं। इन दोनों के चलते शहर की शांति भंग होकर कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है, यह आशंका सांसद जलील ने जताकर  शुक्रवार की देर शाम उन्होंने शहर के सीपी डॉ. निखिल गुप्ता से मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए बताया कि शहर के नामांतर के खिलाफ गत 14 दिन से जारी आंदोलन स्थगित किया जा रहा है। अब हमने नामांतर के खिलाफ कोर्ट में लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया हैं। उन्होंने बताया कि गत दो सप्ताह से हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी था। हमने आंदोलन के दौरान शहर में हालत बिगड़ने जैसे की कोई हरकत न करते हुए संविधान के दायरे में रहकर आंदोलन किया।

इस बात को लेकर एमपी ने जताया ऐतराज

सांसद जलील ने कहा कि औरंगाबाद के नामांतर का विषय, यह शहर तक ही सीमित है। हमारे द्वारा गत दो सप्ताह से जारी आंदोलन में हमने बाहर के एक भी व्यक्ति को आमंत्रित नहीं किया गया, परंतु मुझे जानकारी मिली कि रविवार को हिंदु संगठनों की ओर से आयोजित हिंदु मोर्चे में बाहर के नेताओं और एक टीवी चैनल के संपादक को आमंत्रित किया गया हैं। सांसद जलील ने बताया कि उन लोगों को बुलाया जा रहा है, जिनके खिलाफ भड़काऊ भाषण के कई मामले दर्ज हैं। शहर नामांतर के  विषय का समर्थन करें, या विरोध यह शहर तक ही सीमित होना चाहिए, परंतु मोर्चे में बाहर के नेताओं को आमंत्रित किए जाने का सांसद जलील ने सख्त विरोध कर शहर की शांति भंग करने का प्रयास जारी हैं। इन पर रोक लगाने की मांग उन्होंने शहर के   सीपी से मुलाकात कर की। अगले सप्ताह रमजान का महिना शुरु हो रहा है। उन्होंने माना कि शहर नामांतर को लेकर मैंने आंदोलन किया, परंतु गत दो सप्ताह में हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से जारी था। उन्होंने मनसे के आंदोलन में उन पर की गई बयानबाजी पर भी कड़ा ऐतराज जताया। 

पुलिस कमिश्नर से की मुलाकात, की ये विनंती

सांसद जलील ने कहा कि नामांतर के विषय को हिंदु-मुस्लिम समुदाय में बांटा जा रहा है। ऐसे में हमने शहर में शांति बनाए रखने के लिए आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि मैंने सीपी डॉ. निखिल गुप्ता से विनंती की है कि रविवार को आयोजित हिंदु मोर्चे में किसी भी समुदाय अथवा नेता के खिलाफ भड़काऊ बयान न हों। उन्होंने साफ कहा कि हिंदु मोर्चे में कोई अगर दो समुदाय में तनाव बनाने वाला भाषण देगा तो हम आगे भी हमारा आंदोलन तेज करेंगे।