Resolution to make Maharashtra Waqf Board a Model Waqf Board in India

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    औरंगाबाद. राज्य की ठाकरे  सरकार  की बदौलत कई सालों बाद महाराष्ट्र राज्य  वक्फ बोर्ड पूरी तरह कार्यरत हुआ है। विशेषकर, बोर्ड को पूर्ण टाईम  सीईओ भी  कार्यरत है। पिछले कई सालों से बोर्ड के कामों में कई रुकावटें आई, लेकिन अब बोर्ड के मेंबर उच्च शिक्षित और बेहतर विचार रखने वाले होने के कारण हम सबने मिलकर पूरे देश में महाराष्ट्र राज्य  वक्फ बोर्ड की पहचान मॉडल वक्फ बोर्ड बनाने का संकल्प किया है। यह जानकारी महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड की शुक्रवार से शहर में आयोजित दो दिवसीय   बैठक की प्रभारी चैयरमैन  और सांसद फौजिया खान ने आयोजित प्रेस वार्ता में दी।

    उन्होंने बताया कि बोर्ड का गठन पूरी तरह से होने के बाद शुक्रवार से आरंभ हुई बोर्ड की दो दिवसीय बैठक में बोर्ड को कार्पोरेट तथा प्रोफेशनल लेवल पर चलाने का संकल्प बोर्ड के सभी सदस्यों ने किया है। बैठक में आज कई विषयों पर प्रस्ताव  पारित किए गए। फौजिया खान ने बताया कि हम बोर्ड का  कामकाज डिजीटायजेशन सहित आधुनिक सॉफ्टवेयर के माध्यम से  करना चाहते है। वर्तमान में बोर्ड में कर्मचारियों की संख्या काफी कम है। जिससे बोर्ड के कामकाज को गति नहीं मिल पा रही है। बोर्ड के पास  पूरे  राज्य में हजारों एकड़ जमीन है। उससे बड़े पैमाने पर बोर्ड को रिविन्यू  हो सकता है। उस रिविन्यू  से अल्पसंख्यक विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लिए जरुरी समस्याओं को हल किया जा सकता। बोर्ड के कई कार्य आउटसोर्सिंग के माध्मय से करने पर भी बोर्ड नियोजन कर रहा है। बोर्ड के कामकाज को गति देने सरकार का बेहतर सहयोग मिलने का दावा प्रभारी चैयरमैन फौजिया खान ने किया।

    वक्फ की जमीनों में धांधलियां करने वालों पर होगा सीधे FIR 

    एक सवाल के जवाब में फौजिया खान ने कहा कि बोर्ड की जमीनों में बड़े पैमाने पर धांधलियां होने की शिकायतें हमारे पास आई है। एक उदाहरण देते हुए फौजिया खान ने बताया कि शहर के जालना रोड़ पर कुछ लोगों ने मुतवल्ली के सहारे बड़े पैमाने पर बोर्ड की जमीन हड़पकर वहां कमर्शियल कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया है। बोर्ड की  जमीन हड़पने वालों पर जल्द ही एफआईआर दर्ज करने का प्रस्ताव बैठक में पारित किया गया। उन्होंने कहा कि वक्फ की जमीन का राज्य के कई इलाकों में बड़े पैमाने पर कमर्शियल इस्तेमाल हो रहा है। उस पर  पूरी तरह से रोक लगाने के लिए बैठक में काफी देर मंथन किया गया। फौजिया खान ने बोर्ड की जमीनों में धांधलियां करनेवालों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे वक्फ यानी गॉड के लिए दान की हुई जमीन में धांधलियां ना करें, वरना उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी। 

    स्थायी सीईओ मिलने से बोर्ड के कामकाज  में आई गति 

    बोर्ड के अन्य मेंबर एम.एम. शेख, सांसद इम्तियाज जलील, एड. वजाहात मिर्जा  ने बताया कि वर्तमान में राज्य सरकार ने बोर्ड के के लिए स्थायी सीईओ नियुक्त किया है। जिससे बोर्ड के कामकाज में बड़े पैमाने पर गति आई है। गत कुछ माह में रजिस्ट्रेशन के 1 हजार से अधिक मामलों का निपटारा किया गया। वर्तमान में रजिस्ट्रेशन के 1800 से अधिक मामले प्रलंबित है। उनका भी जल्द निपटारा किया जाएगा। साथ ही प्रलंबित  स्कीम और चेंज रिपोर्ट के प्रलंबित मामलों का निपटारा किया जाएगा। फौजिया खान ने बताया कि बोर्ड के कामकाज को गति देने के लिए वक्फ  बोर्ड के कर्मचारी हर जिले का दौरा कर लोगों से संपर्क कर उनके कार्यों को पूरा करेंगे। हमारा प्रयास है कि बोर्ड के रिविन्यू को बढ़ाने पर ही  बोर्ड में कर्मचारियों  की  भरती आसानी से होगी। 

    मुंबई नहीं जाएगा वक्फ बोर्ड का मुख्यालय 

    जब प्रभारी चैयरमैन फौजिया खान से राज्य के वक्फ मंत्री नवाब मलिक द्वारा बोर्ड का मुख्यालय मुंबई स्थानांतरित करने  की घोषणा पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बताया कि वक्फ  संपत्तिया सबसे अधिक मराठवाडा में है। बोर्ड के सभी मेंबर औरंगाबाद में ही बोर्ड का मुख्यालय चाहते है। हम किसी भी हालत में बोर्ड का मुख्यालय मुंबई स्थानांरित नहीं करने देंगे।