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छत्रपति संभाजीनगर: सत्ता जाने का डर  कुछ माह पूर्व राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस को सता रहा था। कोई अन्य मुख्यमंत्री समृध्दि महामार्ग का उदघाटन ना कर ले, इस डर में शिंदे व फडणवीस ने आनन-फानन में ड्रामा करते हुए बड़े पैमाने पर मीडिया इवेंट के सहारे  वाहनों के लिए सारी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराए बिना ही  समृध्दि महामार्ग वाहनों के लिए खोल दिया। शुक्रवार की देर रात जिन 25 लोंगों ने  समृध्दि महामार्ग से दौड रही बस में जलकर खाक होकर अपनी जान गंवाए, उनकी मौत महाराष्ट्र सरकार के लापरवाही से हुई। ऐसे में उन यात्रियों की हत्या सरकार ने करने का आरोप एमआईएम के प्रदेशाध्यक्ष व औरंगाबाद के  सांसद इम्तियाज जलील ने यहां लगाया।

महाराष्ट्र सरकार को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया 

समूध्दि महामार्ग पर बुलढाणा जिले के सिंदखेड राजा के निकट  नागपुर से पुणे जा रही ट्रैवल की बस में शुक्रवार की देर रात लगी आग में 25 लोग जलकर खाक हुए। इस दुर्घटना पर शोक जताते हुए जलील ने इस दुर्घटना के लिए महाराष्ट्र सरकार को दोषी ठहराते हुए आरोप लगाया कि इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार राज्य के सीएम शिंदे व डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस है। उन्होंने कहा कि जब भी एक्सप्रेस वे अथवा सुपर एक्सप्रेस तैयार किया जाता, उसके लिए रोड सेफ्टी के नियम तय किए जाते है, समृध्दि महामार्ग का निर्माण पूरा होने के बाद रोड सेफ्टी का क्लिरन्स मिला था? यह सवाल जलील ने करते हुए कहा कि इस महामार्ग पर क्या दोष है,  यहां क्यों  दुर्घटनाएं हो रही है. इस पर गंभिरता से जांच करने की जरुरत है। जलील ने कहा कि समृध्दि महामार्ग वाहनों के लिए खुला करते ही आए दिन  इस महामार्ग पर दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है। जिससे यह साफ है कि इस महामार्ग में यातायात के लिए कई दोष है।

राज्य सरकार के पास इंसान की कीमत 5 लाख 

सांसद जलील ने कहा कि समृध्दि महामार्ग खुला करने के लिए डिप्टी सीएम  देवेन्द्र फडणवीस व सीएम एकनाथ शिंदे एक कार में सवार होकर नागपुर से होते हुए शिर्डी जो पहुंचे थे, उसकी खिल्ली उडाते हुए कहा कि सत्ता जाने का डर इन दोनों को सता रहा था, इसलिए उन्होंने इस महामार्ग का उदघाटन  आनन-फानन में कर वाहनों के लिए खोल दिया। जलील ने आरोप लगाया कि जनता की सहानुभूति लेने व मीडिया इवेंट के लिए सीएम व डिप्टी सीएम शनिवार को सिंदखेडा राजा पहुंचे है। उन्होंने सरकार द्वारा मरने वाले परिवारों के लिए घोषित किए 5 लाख रुपए की मदद पर भी नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार के पास  दुर्घटना में मरनेवाले व्यक्ति की कीमत 5 लाख है।  जलील ने कहा कि समृध्दि महामार्ग पर नागपुर से शिर्डी तक पहुंचने तक एक भी फूड प्लाजा नहीं है। महामार्ग पर रुकने के बाद कोई सुविधा यात्रियों के लिए नहीं है। अंत में उन्होंने आरोप लगाया कि देश भर में जितने सुपर एक्सप्रेस बनाए गए, उसमें सबसे अधिक समृध्दि महामार्ग पर लोगों ने जान गंवायी हैं, उसके लिए महाराष्ट्र सरकार जिम्मेदार है।