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    करडी. क्षेत्र के 24 गांवों में बिजली गुल होने से अंधेरा छा गया है. यह कार्रवाई महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी की करडी शाखा की ओर से स्ट्रीट लाइटों का अधिक बिजली बिल आने के कारण की गई है.

    करडी क्षेत्र के अनेकों गांव कोका वन्यजीव अभयारण्य और न्यू नागजीरा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में है. वन्यजीव रात में गांव परिसर में घूमते हैं. ऐसे में लोगों को जान का खतरा है. बिजली विभाग द्वारा बिजली बिल का भुगतान तत्काल कराने की मांग की जा रही है. जिला परिषद द्वारा बिजली बिल का भुगतान न करने के कारण करडी क्षेत्र में स्ट्रीट लाइटों की बिजली आपूर्ति काट दी गई है. 

    रात में स्ट्रीट लाइट बंद होने से गांवों में अंधेरे का साम्राज्य फैल गया है. बिजली वितरण कंपनी के बार-बार निर्देश के बावजूद बकाया बिजली बिलों का भुगतान नहीं होने के कारण यह कार्रवाई की गई है.

    क्षेत्र की 24 ग्राम पंचायतों को स्ट्रीट लाइट के बिजली बिल का भुगतान बार-बार सूचना का पत्र दिया गया था. लेकिन ग्राम पंचायत और संबंधित स्थानीय स्वशासी निकायों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. आज ग्राम पंचायतों को आय के कम स्रोत के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. ग्राम पंचायत बिल देने की स्थिति में नहीं है. 

    ग्राम पंचायतों को पर्याप्त आय नहीं होती है. प्राप्त आय से कर्मचारियों का वेतन और अन्य आवश्यक कार्य किया जाता है. ऐसे में ग्राम पंचायतों के सामने सवाल है कि स्ट्रीट लाइट का लाखों का बिल कैसे चुकाया जाए.

    भेजे गए प्रस्ताव में ग्राम पंचायत पहले ही स्ट्रीट लाइट बिल को लेकर अपनी समस्या स्पष्ट कर चुकी है. इससे पहले बिजली बिल का भुगतान नहीं होने के कारण स्ट्रीट लाइटों की बिजली आपूर्ति काट दी गई थी. लेकिन खंड विकास अधिकारी ने तहसील में बिजली बिल का आधा भुगतान कर स्ट्रीट लाइट फिर से सुरु की थी. 

    उस समय बिजली विभाग को वादा किया गया था कि सरकारी राशि मिलते ही शेष बिल का भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन अभी तक बिल का भुगतान नहीं होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गई है.