गांधी वार्ड के 5 वर्षो से स्ट्रीट लाइट बंद, नप एवं विद्युत विभाग की अनदेखी का नतीजा

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    •  राजमुद्रा ग्रुप ने दी आंदोलन की चेतावनी

    तुमसर. शहर के गांधी नगर परिसर विद्युत पोल की हालत खस्ता होकर वह कभी भी गिर सकते हैं. साथ ही 5 वर्षो से स्ट्रीट लाइट बंद होने से नागरिकों में रौष व्याप्त है. इस बारे में नप एवं विद्युत विभाग को अनेको बार सूचित करने के बावजूद अधिकारियों द्वारा इस ओर अनदेखी की गई है. इससे परिसर के नागरिकों में रौष व्याप्त है. इस ओर तत्काल ध्यान नहीं दिया गया तो राजमुद्रा ग्रुप द्वारा आंदोलन करने की चेतावनी दी गई है.

    अधर में लटका सड़क निर्माण कार्य

    प्रभाग क्र. 8 गांधी नगर में सकुन डोंगरे से लांजेवार आटाचक्की तक दलित बस्ती सुधार योजना अंतर्गत सीमेंटीकरण सड़क का निर्माण कार्य शुरु किया गया है. वह भी अधर में लटका हुआ है. इस सड़क पर न.प.  अंतर्गत स्ट्रीट लाईट लगाए गए हैं. लेकिन सबंधित स्ट्रीट लाईट मंजूर सड़क के भीतर आते हैं अथवा नहीं इसकी किसी को जानकारी नहीं है. 

    अब तक न.प. के किसी अभियंता द्वारा सबंधित कार्यो की जांच पड़ताल नहीं की गई है. इस संदर्भ में ठेकेदार से सड़क की चौड़ाई एवं स्ट्रीट लाईट के बारे में पूछताछ करने पर उनके द्वारा टालमटोल जवाब दिया गया था. 

    स्ट्रीट लाइट की अवस्था बिकट

    उपरोक्त सड़क पर 10 वर्ष पूर्व स्ट्रीट लाईट लगाए गए थे. लेकिन गत 4-5 वर्षो से स्ट्रीट लाइट बंद पड़े हुए हैं. वर्तमान में स्ट्रीट लाईट की अवस्था बिकट है. इसमें लगाए गए तार, लाईट व अन्य सामग्री खराब हो चुकी है. 

    कुछ स्थानों पर लाईट टूटकर कर झूल रहे हैं जो कभी भी किसी के शरीर पर गिर सकते हैं. फिर भी अब तक विद्युत विभाग के अभियंता ने निरीक्षण नहीं किया गया हैं. 

    वर्तमान में सड़क का काम शुरु होने के बावजूद सबंधित समस्या की ओर नप के निर्माण एवं विद्युत विभाग द्वारा अनदेखी की जा रही है. बाद में सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद तोड़फोड़ किया जाता है.

    7 दिन का दिया अल्टीमेटम

    इसे मद्देनजर रख राजमुद्रा ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष, इंजि. सागर गभने द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ मुख्यधिकारी, सा. निर्माण विभाग, विद्युत विभाग को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया गया है. यदि इस बीच कार्यवाही नहीं की तो तीव्र आंदोलन छेड़े जाने की चेतावनी दी गई है. 

    इस अवसर पर राजमुद्रा ग्रुप के सदस्य अनुप तिडके, राहुल रनदिवे, मोनी सानेकर, हितेश मेहर, जुबेर शेख़, शुभम गभने, संदीप बड़वाईक, सोहेल शेख़, आकाश तिडके, आयुष बड़वाईक, सोमेश्वर लांजेवार, सुनील थोटे, अनुज़ तिडके, दिपक पानसे, मनिष बोंद्रे, अभिषेक तिडके, बालेश्वर लांजेवार, प्रज्वल जीभकाटे, किरण कापसे, आयुष कुंजेकर, अजय बड़वाईक, अजय गणवीर, कुणाल नागदेवे, श्रेयश वाकडे़, अश्विन खोब्रागडे़, विक्की उरकुडे, आश्विन कांबले, सचिन भोयर, लोकेश रोहनकर, राहुल लांजेवार, नितेश बड़वाईक, भावेश पाल उपस्थित थे.