बस स्टैंड के सामने ट्राफिक पुलिस कर्मी तैनात करें, आदिवासी विकास परिषद की मांग

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    मूल. बस स्टैंड के सामने भीड भाड वाले मार्ग पर निजी वाहन पार्क कर ट्राफिक में बाधा निर्माण करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई कर यातायात सुचारु रखने की मांग आदिवासी विकास परिषद ने जिला परिषद अधीक्षक को भेजे निवेदन में की है.

    आदिवासी विकास परिषद के तहसील अध्यक्ष ने प्रेषित निवेदन में कहा कि मूल के निर्माणधीन बस स्टैंड पर चंद्रपुर, गडचिरोली, ब्रम्हपुरी, गोंडपिपरी, चिमूर और चामोर्शी मार्ग के मध्य में स्थित है. इसलिए यहां के बस स्टैंड और बस स्टैंड के सामने अक्सर भारी भीड लगी रहती है. यहां से दौडने वाली राज्य परिवहन निगम की बसेस से प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में पैसेंजर आवागमन करते है. बस स्टैंड के सामने चंद्रपुर गडचिरोली महामार्ग के दोनों दिशा में उपहार गृह, पान सेंटर जैसे अनेक प्रतिष्ठान है. इनके सामने आटो रिक्शा, चौपहिया वाहन के अलावा अन्य प्रकार के निजी वाहन खडे कर दिए जाते है. इसकी वजह से आवागमन में बाधा निर्माण होती है. 

    रापनि की बसों की संख्या कम होने से निजी बसों की संख्या बढी

     नियमानुसार बस स्टैंड से 200 मीटर की दूरी पर निजी पैसेंजर वाहनों को खडा करने का नियम है. किंतु नियम का उल्लंघन कर निजी पैसेंजर परिवहन करने वाले वाहन बस स्टैंड के सामने खडे किए जाते है. इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि राज्य परिवनह निगम के कर्मचारी सरकार में विलय की मांग के लिए 5 महीने से हडताल पर है. नतीजा बसों की संख्या कम है. निर्मार्णाधीन बस स्टैंड में गडचिरोली और ब्रम्हपुरी की ओर से आने वाली बसों को बस स्टैंड में प्रवेश के लिए दाहिने दिशा से मार्ग है. यही मार्ग बस स्टैंड से निकलने वाली बसेस के लिए है.

    बस स्टैंड से निकलने वाले चंद्रपुर के मार्ग पर उपहार गृह, बेकरी, भोजनालय होने से अक्सर दोपहिया और चौपहिया वाहन पार्क किए जाते है. नतीजा बस स्टैंड से चंद्रपुर की ओर जाने वाली बसेस को मोडते समय काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. ऐसे में किसी समय पर बस चालक का संतुलन हलका सा बिगड गया तो बडी दुर्घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है. इसलिए यहां पर ट्राफिक पुलिस कर्मी को तैनात किया जाये जिससे यहां होने वाली परेशानी से छुटकारा मिल सके.