Maharashtra: Power supply disrupted in Pune due to technical reasons, trouble to people
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    • पिछले 25 दिनों में 2 हजार 573 ग्राहकों की बत्ती गुल
    • महावितरण का समय पर बील भुगतान की अपील 

    चंद्रपुर.  महावितरण के चंद्रपुर परिमंडल ने बकायादारों के खिलाफ बिजली आपूर्ति खंडीत करने की कार्रवाई शुरू की है. पिछले 25 दिनों में महावितरण के चंद्रपुर परिमंडल में 2 हजार 573 ग्राहकों को बिजली आपूर्ति काट दी गई है. घर से बिजली बील का भुगतान करने की सुविधा उपलब्ध कराने के बावजुद कई ग्राहकों ने अक्टूबर 2020 से अक्टूबर 2021 तक अपने बिजली बिलों का भुगतान नहीं किया है. 

    चंद्रपुर और गढ़चिरोली जिलों में घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सरकारी कार्यालयों और अन्य कम दबाव वाले ग्राहकों के पास अक्टूबर 2021 तक बकाया 75.64 करोड़ रुपये था. चंद्रपुर और गढ़चिरौली जिलों में घरेलू, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सरकारी कार्यालयों और अन्य कम वोल्टेज उपभोक्ताओं सहित कुल 18,746 बिजली उपभोक्ताओं को बकाया के कारण अक्टूबर 2020 से अक्टूबर 2021 तक काट दिया गया था. पिछले 25 दिनों में बकाया पर एक महीने की कार्रवाई के तहत 2,573 उपभोक्ताओं की बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. 

    चंद्रपुर और गडचिरोली मंडल में 49.57 करोड़ घरेलू ग्राहकों से, 10.66 करोड़ वाणिज्यिक ग्राहकों से, 8.87 करोड़ औद्योगिक ग्राहकों से और 6.54 करोड़ सरकारी कार्यालय व अन्य कम दबाव वाले ग्राहकों से आना बकाया है. बकाया के कारण बिजली गुल होने की स्थिति में विद्युत नियामक आयोग के निर्देशानुसार पुनर्भरण प्रभार वसूल किया जा रहा है. 

    चंद्रपुर सर्कल के मुख्य अभीयंता सुनील देशपांडे ने ग्राहकों से अपील की है कि वे अपने बिजली बिलों का समय पर भुगतान करें और बकाया बिजली कटौती के कारण किसी भी असुविधा से बचने के लिए महावितरण को सहयोग करें.

    महावितरण के अस्तित्व के लिए ग्राहकों द्वारा उपयोग की जाने वाली प्रत्येक इकाई की वसूली आवश्यक है और महावितरण वर्तमान में वित्तीय संकट का सामना कर रहा है. दूसरी ओर, कोयले की कमी की स्थिति में महावितरण विभिन्न उपलब्ध स्रोतों के साथ-साथ खुले बाजार से बिजली खरीदकर ग्राहकों को बिजली की आपूर्ति करने का अपना कर्तव्य निभा रहा है.         

    बकाया के खिलाफ अभियान सप्ताह के सातों दिन चलाया जा रहा है. काटे गए उपभोक्ताओं द्वारा बिजली के अनाधिकृत उपभोग के मामले में विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 एवं धारा 138 के तहत कार्रवाई की जा रही है तथा मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. बकाया बिजली बिल का भुगतान आसान बनाने के लिए हर छुट्टी पर बिजली बिल भुगतान केंद्रों का रखरखाव किया जा रहा है.

    महावितरण ने बिजली बिलों का भुगतान करने के लिए ऑनलाइन भुगतान, मोबाइल ऐप, गुगल पे, पेटीएम आदि जैसी पर्यावरण के अनुकूल ग्राहक अनुकूल सुविधाएं प्रदान की हैं और नियमित ग्राहकों की प्रतिक्रिया भी इन सुविधाओं से लाभान्वित हो रही है. नेटबैंकिंग को छोड़कर, बिजली बिलों के ऑनलाइन भुगतान पर पहले 500 रुपये से अधिक शुल्क लिया जाता था. लेकिन क्रेडिट कार्ड के अपवाद के साथ, नेटबैंकिंग, डेबिट कार्ड, कैश कार्ड, यूपीआई, डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ऑनलाइन बिजली बिल भुगतान अब मुफ्त है. साथ ही ऑनलाइन बिल भुगतान पर 500 रुपये प्रति माह तक 0.25 प्रतिशत की छूट दी जा रही है. 

    मुख्य अभीयंता सुनील देशपांडे ने सभी निम्न दबाव उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे महावितरण की वेबसाइट, मोबाइल ऐप या अन्य ऑनलाइन विकल्पों के माध्यम से अपने बिजली बिलों का भुगतान करके सहयोग करने का आह्वान किया है.