मुंबई. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में सोमवार को ‘वीर सावरकर गौरव यात्रा’ निकली गई। इसके बाद उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कांग्रेस के नेता वीर सावरकर का सम्मान करते हैं। इंदिरा गांधी, यशवंतराव चव्हाण सावरकर सम्मान करते थे और आप उनसे सवाल कर रहे हैं। आप कौन हैं?
फडणवीस ने कहा, “आपने कहा कि वीर सावरकर ने माफी मांगी और अंग्रेजों को पत्र लिखा। नहीं वो गलत है। सावरकर ने एक पत्र इसलिए लिखा क्योंकि उन्हें पता था कि अंग्रेज़ उन्हें रिहा नहीं करेंगे। तो उन्होंने लिखा, मुझे (सावरकर) रिहा मत करो। बल्कि अन्य कैदियों को रिहा करो। जिन्होंने तुम्हारे (अंग्रेजों) खिलाफ कुछ नहीं किया।”
Mahatma Gandhi wrote letters to Savarkar’s relatives, who were also in jail with him (Savarkar) for many years, and said – other prisoners were released. He then told Savarkar that he should also tell the British that you released them, release me (Savarkar) too: Maharashtra… pic.twitter.com/di991dGeze
— ANI (@ANI) April 3, 2023
फडणवीस ने कहा, “महात्मा गांधी ने सावरकर के रिश्तेदारों को पत्र लिखा, जो उनके (सावरकर) साथ कई वर्षों तक जेल में भी रहे और कहा- अन्य कैदियों को रिहा कर दिया गया। फिर उन्होंने सावरकर से कहा कि वह अंग्रेजों से भी कहें कि आपने उन्हें रिहा किया, मुझे (सावरकर) भी रिहा करें।”
राहुल गांधी पर तंज कसते हुए फडणवीस ने कहा, “जिनके पास सोने का चम्मच है वे वीर सावरकर की बात कर रहे हैं। आपकी पार्टी के नेता वीर सावरकर का सम्मान करते हैं। इंदिरा गांधी, यशवंतराव चव्हाण- वे सावरकर का सम्मान करते थे और आप उनसे सवाल कर रहे हैं। आप कौन हैं?”
When Uddhav Thackeray was CM of Maharashtra, Congress in their mouthpiece called Veer Savarkar homosexual but at that time Uddhav Thackeray couldn’t say anything against this because that time he loved the CM chair more than Savarkar. Now they say that they are against Rahul… pic.twitter.com/tdy1gi3AiN
— ANI (@ANI) April 3, 2023
फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, “जब उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तब कांग्रेस ने अपने मुखपत्र में वीर सावरकर को समलैंगिक कहा था लेकिन उस समय उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ कुछ नहीं कह सके क्योंकि उस समय उन्हें सावरकर से ज्यादा मुख्यमंत्री की कुर्सी प्यारी थी। अब वे कहते हैं कि वे राहुल गांधी के बयान के खिलाफ हैं लेकिन आप (ठाकरे गुट) राहुल गांधी के उस बयान के खिलाफ क्या करेंगे?”