मुंबई. भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission) ने अजीत पवार (Ajit Pawar) गुट को ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) माना है। आयोग ने कहा है कि पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह ‘घड़ी’ अजित पवार गुट के पास ही रहेगा। आयोग के इस फैसले को शरद पवार की बेटी और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने आयोग के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही है।
‘अदृश्य शक्ति’ ये सब कर रही है
सुले ने कहा, “चुनाव आयोग का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। जो शिवसेना के साथ उन्होंने किया वही हमारे साथ किया। इस पार्टी का संस्थापक सदस्य एवं संस्थापक नेता एक ही व्यक्ति रहे हैं और वह शरद पवार हैं। माहौल कुछ और है, देश में ‘अदृश्य शक्ति’ है जो यह सब कर रही है। हम सुप्रीम कोर्ट जरूर जाएंगे।”
#WATCH | Delhi | On Ajit Pawar getting the NCP name and symbol, Sharad Pawar’s daughter and MP Supriya Sule says, “…I think what happened with Shiv Sena is what is happening with us today. So, this is not a new order. Just the names have been changed but the content is the… pic.twitter.com/fGq8I0AgpW
— ANI (@ANI) February 6, 2024
देश में ‘तोड़-मोड़’ की राजनीति
सुले ने कहा, “इस देश में जो ‘तोड़-मोड़’ की राजनीति चल रही है, वह संविधान से परे है। जो हो रहा है वह लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। इस सरकार द्वारा आईसीई, आयकर, सीबीआई, ईडी का उपयोग किया जा रहा है और पार्टियों और परिवारों को तोड़ा जा रहा है। यह इस देश में एक चलन है। इसके खिलाफ लड़ना होगा।”
#WATCH | Sharad Pawar’s daughter and MP Supriya Sule says, “…The ‘tod-mod’ politics that is going on in this country is beyond the Constitution. What is happening is not good for democracy…ICE – Income Tax, CBI, ED – is being used by this government and parties & families are… pic.twitter.com/cq4vMZ9eiI
— ANI (@ANI) February 6, 2024
घर का भेदी लंका ढाए
एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा, “पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह अजित पवार के पास जाने (उनके पक्ष में) ही वाला था, इसमें कोई नई बात नहीं है। कहा जाता है कि ‘घर का भेदी लंका ढाए।’ हम अभी भी अजीत पवार को दोषी मानते हैं। हम महाराष्ट्र में मजबूत हैं, हमें कोई डर नहीं है, हमारे पास शरद पवार हैं। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।”
#WATCH | Delhi: On Ajit Pawar getting the NCP name and symbol, Sharad Pawar faction leader Jitendra Awhad says, “This was going to happen. We already knew this… Today he (Ajit Pawar) has choked Sharad Pawar politically… Only Ajit Pawar is behind this… The only one who… pic.twitter.com/EVeyv9xdXq
— ANI (@ANI) February 6, 2024
शरद पवार गुट को मिलेगा नया नाम और चिन्ह
बता दें कि चुनाव आयोग ने शरद पवार गुट (Sharad Pawar) से पार्टी के तीन नाम मांगे हैं। उन्हें ये तीन नाम कल शाम 4 बजे तक देने हैं। उन्हें 7 फरवरी को नया नाम और चुनाव चिन्ह मिलेगा। चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनावों के मद्देनजर शरद पवार को अपने नए राजनीतिक दल का नाम रखने के लिए विशेष छूट दी है।
शरद पवार से बगावत कर शिंदे सरकार में शामिल अजित
गौरतलब है कि 2 जुलाई 2023 को शरद पवार से बगावत कर अजित पवार अपने 8 समर्थक विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे। जिसके बाद उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। जबकि, अन्य को मंत्री बनाया गया था। इसके बाद अजित ने दावा किया था कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है। जिसके चलते पार्टी के नाम और सिंबल पर उनका अधिकार है।
अजित पवार ने 30 जून को चुनाव आयोग में याचिका दायर कर एनसीपी पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा किया था। दूसरी तरफ शरद पवार ने पार्टी छोड़कर जाने वाले 9 मंत्रियों समेत 31 विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की थी। हालांकि, अजित पवार ने 40 विधायकों के समर्थन के बाद खुद को पार्टी का अध्यक्ष घोषित कर दिया था।