ST Strike
File Photo

    Loading

    गड़चिरोली.  रापनि कर्मचारियों का सरकार में विलगीकरण करने की प्रमुख मांग को लेकर संपूर्ण राज्य में रापनि कर्मचारियों ने 28 अक्टूबर से से हड़ताल शुरू किया है. शुक्रवार को रापनि  कर्मचारियों के इस हडताल को 3 माह की कालावधि पूर्ण हो गय है. लेकिन इस तीन माह में रापनि कर्मचारियों की मांग को लेकर राज्य सरकार गंभीर नहीं होने के कारण हड़ताल कर रहे रापनि कर्मचारियों ने अपना हड़ताल नियमित शुरू रखने की बात पर अड़े है. विशेषत: वर्तमान स्थिति में कडाके की थंड पड़ रही है. फिर भी रापनि कर्मचारी अनशन मंडप पर दिनरात हडताल पर बैठे है. 

    रापनि का करोड़ों का नुकसान 

    पिछले तीन माह से राज्य समेत गड़चिरोली जिले के रापनि कर्मचारी अपनी प्रमुख मांग को लेकर हड़ताल कर रहे है. जिसमें गड़चिरोली के विभागीय नियंत्रक कार्यालय अंतर्गत आनेवाले गड़चिरोली, ब्रम्हपुरी और अहेरी डिपो के कर्मचारियों का समावेश है. बताया जा रहा है. तीन माह में संबंधित तीनों डि़पों से परिसंचालन होनेवाली बसे बंद है. जिसके कारण रापनि का करोड़ों रूपयों का नुकसान हुआ है.

    कुछ बसे हुई शुरू

    गड़चिरोली डिपो में हड़ताल करनेवाले कुछ कर्मचारी पूर्ववत सेवा में दाखिल होने के कारण गड़चिरोली डिपो द्वारा 10 से 15 बस फेरियां रोजाना चलाई जा रही है. कुछ हद तक बसे शुरू होने के कारण यात्रियों को कुछ हद तक राहत मिली है. लेकिन बसों की कमी के चलते अब भी यात्रियों को निजि वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है.  जिसके कारण यात्रियों को मानसिक और शारिरीक रूप से त्रस्त होने के साथ ही वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.