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    भामरागड. तहसील के लाहेरी में सरकार की ओर से आरोग्यवर्धिनी केंद्र दिया गया है. किंतू इस स्वास्थ्य केंद्र को स्थायी डाक्टर नहीं मिला है. जिससे इस स्वास्थ्य केंद्र का कारभार रामभरोसे दिखाई दे रहा है. इस स्वास्थ्य केंद्र स्थायी एमबीबीएस डाक्टर की कब नियुक्ती होगी? ऐसा सवाल लाहेरी परिसर के नागरिकों द्वारा पुछा जा रहा है. 

    लाहेरी स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत 9 उपकेंद्र व 44 गांवों का समावेश है. इस क्षेत्र के अधिकांक्ष गांव अतिदुर्गम क्षेत्र में है. अनेक गांवों में जाने के लिए अबतक सड़के नहीं है. वहीं अधिक गांव नदी के उस छोर पर है. जिससे मरीजों को खटिया पर लेटाकर पैदल या नाव से सफर कर लाहेरी के स्वास्थ्य केंद्र में लाया जाता है.

    मरीज को अस्पताल में लाते समय अनेक संकटों का सामना करना पडता है. किंतू इस अस्पताल में मरीजों पर उपचार करने के लिए तज्ञ चिकित्सक की हमेशा कमी महसूस होती है. सरकार की ओर से नागरिको दर्जायुक्त सवास्थ्य सेवा मिले, इसके लिए सुसज्ज इमारत, डाक्टरों के निवासस्थान व सुविधाएं उपलब्ध कराएं गए है. किंतू लाहेरी के लिए कायम स्वरूपी डाक्टर नहीं मिलने की समस्या जटील बनी हुई है. स्वास्थ्य कर्मचारियों के पद भी रिक्त हे. जिस कारण नागरिकों को असुविधा हो रही है. 

    भामरागड तहसील मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में आती है. बरसात के दिनों में मलेरिया मरीजों की संख्या बडी मात्रा में दिखाइ्र देते है. साथ ही कीटकजन्य व जलजन्य बिमारियों का भी खतरा रहता है. वहीं बरसात के दिनों में लाहेरी समेत भामरागड तहसील का संपर्क टुटने से यहां के मरीजों को स्वास्थ्य सेवा के अभाव में दम तोडना पडता है. ऐसे स्थिती में स्थानीय स्तर पर के अस्पताल में डाक्टर होना आवश्यक है. किंतू लाहेरी के स्वास्थ्य केंद्र में कायमस्वरूपी डाक्टर नहीं मिला है. जिससे स्वास्थ्य केंद्र में तत्काल कायम स्वरूपी डाक्टर की नियुक्ती करे, ऐसी मांग की जा रही है.