5 माह में 3109 बालक हुए कुपोषण मुक्त, विशेष आहार योजना की सफलता

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    गड़चिरोली. छोटे बच्चों का कुपोषण कम करने के लिये गड़चिरोली जिले में 2 अक्टूबर 2021 से विशेष आहार योजना शुरू की गई है. आंगनवाड़ी केंद्र के 06 माह से 6 वर्ष आयुगट के अति तीव्र कुपोषित, मध्यम तीव्र कुपोषित और तीव्र कम वजन के बालकों को कुपोषणमुक्त कर सर्वसाधारण श्रेणी में लाने के लिये गड़चिरोली जिप के मुख्य कार्यपालन अधिकारी कुमार आशिर्वाद की संकल्पना से विशेष आहार योजना चलाई जा रही है. इस कालावधि में कुल 10041 कुपोषित बालकों में से 3109 बालकों को कुपोषण से मुक्त करने में सफलता मिली है. 

    प्रतिदिन दिया जाता है विषेश आहार 

    ग्राम पंचायत के 15 वें वित्त आयोग से प्राप्त निधि से नियमित दिए जानेवाले आहार के अलावा दिन में एक बार विशेष आहार दिया जा रहा है. इस योजना से कुपोषित बालकों का प्रमाण कम करने के उद्देश्य से 9 तरह की पाककृति तैयार कर बालकों को आंगनवाड़ी केंद्र के माध्यम से दी जा रही है. पहले जिले में गंभीर तीव्र कुपोषित बालक 1017, मध्यम तीव्र कुपोषित बालक 6094,कम वजन के बालक 2930 थे. लेकिन 2 अक्टूबर से विशेष आहार योजना शुरू करने के बाद पिछले 5 माह की कालावधि में  28 फरवरी से 4 मार्च की कालावधि में बालकों का वजन, लंबाई व स्वास्थ्य जांच की गई. जिसमें गंभीर तीव्र कुपोषित बालक 504, मध्यम तीव्र कुपोषित बालक 4310, गंभीर कम वजन के 2118 पाए गए है. वहीं कुपोषित बालकों का प्रमाण 3109 से कम हुआ है. 

    यह उपक्रम चलानेवाला गड़चिरोली एकमात्र जिला

    संपूर्ण राज्य में इस तरह का उपक्रम चलानेवाला गड़चिरोली यह एकमात्र जिला है. वहीं वर्तमान स्थिति में संपूर्ण राज्य में गड़चिरोली पॅटर्न की चर्चा शुरू होकर यह योजना संपूर्ण राज्य में चलाई जा सकती है. उक्त योजना जिले में नियमित शुरू होकर इस कार्य के लिये अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है. इस योजना से जिले में कुपोषित की मात्रा कम होने में निश्चित रूप से मदद होकर जिला कुपोषण मुक्ति की ओर बढ़ रहा है. ऐसी बात महिला व बाल विकास  विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ए. के. इंगोले ने कही है.