गड़चिरोली. गड़चिरोली तहसील से आरमोरी के देलनवाडी वनपरिक्षेत्र में उत्पात मचाने के बाद जंगली हाथियों का झुंड पुराडा वनपरिक्षेत्र में उत्पात मचा रहा है. 1 दिसंबर को रात के दौरान 30 से 35 की संख्या में होनेवाले जंगली हाथियों के झुंड ने सावरगांव के 10 से 15 आदिवासी किसानों के धान के ढेर व कृषिपंपो का नुकसान करने से किसानों पर संकटों का पहाड तुटा है.
कुरखेडा तहसील से एक माह पूर्व जंगली हाथियों का झुंड गड़चिरोली तहसील के पोर्ला वनपरिक्षेत्र में दाखिल हुा था. इसके पश्चात भ्रमंती करते हुए यह झुंडा धानोरा तहसील के रांगी वनपरिक्षेत्र में दाखिल हुआ. वहां एक पखवाडे तक विचरण करने के बाद फिर से हाथियों का झुंड गड़चिरोली तहसील के मौशीखांब, वडधा परिसर में दाखिल हुआ. इस परिसर के चांभार्डा, डार्ली परिसर के किसानों का कुटाई किए गए धान उपज का नुकसान करने के बाद बिते सप्ताह यह झुंड आरमोरी तहसील के देलनवाडी वनपरिक्षेत्र में दाखिल हुआ.
यहां भी हाथियों ने कटाई किए गए धान फसल व धान के ढेर की व्यापक मात्रा में नुकसान किया. 1 दिसंबर को रात के दौरान हाथियों के झुंड ने येंगलखेडा-सावरगांव परिसर के 10 से 15 आदिवासी किसानों के धान के ढेर व कृषिपंप तथा पाईक का व्यापक नुकसान किया. इसके बाद हाथियों का झुंड 2 दिसंबर को रात के दौरान पुराडा वनपरिक्षेत्र के रामगड उपक्षेत्र में दाखिल हुआ.
इस क्षेत्र के दल्ली गांव परिसर के 6 किसानों के धान के ढेर का हाथियों ने व्यापक मात्रा में नुकसान किया. फिलहाल हाथियों का झुंड येडापुर टोली परिसर में है. वनविभाग के कर्मचारी व ग्रामीण हाथियों को जंगल की ओर खदेडने का प्रयास कर रहे है. ऐसी जानकारी क्षेत्र सहाय्यक संजय कंकलवार ने दी.
हाथियों का झुंड येडापुर टोली परिसर में
पुराडा वनपरिक्षेत्र में उत्पात मचाने के बाद हाथियों का झुंड रविवार को शाम के दौरान येडापुर टोली परिसर में होने की जानकारी वनविभाग ने दी है. वनविभाग के कर्मचरी व ग्रामीण आग जलाकर हाथियों को भगाने का प्रयास कर रहे है. लेकिन रात के दौरान हाथियों द्वारा नुकसान किए जाने से किसान त्रस्त हुए है.
तत्काल दे मदद
कुरखेडा तहसील में हाथियों द्वारा बिते वर्ष भी धान फसलों का व्यापक नुकसान किया था. इस वर्ष भी हाथियों ने तहसील के किसानों का व्यापक नुकसान किया. हाथ में आयी फसल हाथियों द्वारा दिने जाने से किसान त्रस्त हुआ है. नुकसान के पंचनामे किए जा रहे है. लेकिन अल्प मदद वह भी समय पर नहीं मिलने से किसानों पर संकटों का पहाड तुटा है. वनविभाग तत्काल मदद दे, ऐसी मांग किसानों के साथ आविसं के सरसेनापती नंदू नरोटे ने की है.