Gadchiroli Chimur Lok Sabha Election 2024 130 drones and 6 MI 17 helicopters For Monitoring
गढ़चिरौली में चुनाव में निगरानी (फोटो-सोशल मीडिया)

गढ़चिरौली चिमूर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होने वाले है। इस बीच सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हों इसलिए गढ़चिरौली के इलाके में हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है।

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नागपुर : महाराष्ट्र की गढ़चिरौली चिमूर लोकसभा सीट (Gadchiroli Chimur Lok Sabha Election 2024) पर मतदान के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। इसके लिए गढ़चिरौली के इलाके में हेलीकॉप्टर से निगरानी की जा रही है। इतना ही नहीं इस चुनाव को सकुशल संपन्न करने के लिए सेंट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स (CAPF) के 15000 से अधिक जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं, ताकि नक्सलियों के खौफ को कम करके अधिक से अधिक मतदान कराया जा सके।

महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की गढ़चिरौली चिमूर लोकसभा क्षेत्र में बुलेट और बैलेट के बीच संघर्ष काफी समय से चला रहा है। अबकी बार लोकसभा चुनाव 2024 में कमोबेस यही स्थिति देखने को मिल सकती है। नक्सलियों ने मतदान न करने के लिए लोगों को डराने धमकाने की चेतावनी जारी की है। वहीं जिला और पुलिस प्रशासन के साथ-साथ निर्वाचन आयोग में भी लाल आतंक से निपटने के लिए अपनी ओर से खास तैयारी की है और पूरे गढ़चिरौली इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया है।

निर्वाचन आयोग से जारी में निर्देश के अनुसार शांतिपूर्वक तरीके से मतदान संपन्न करने के लिए गढ़चिरौली में 130 ड्रोन और 6 एमआई 17 हेलिकॉप्टर्स, 180 सोर्टीज तैनात किए जाने की तैयारी है, ताकि उनकी निगरानी और निगहबानी में 19 अप्रैल को शांतिपूर्वक तरीके से सकुशल चुनाव संपन्न कराया जा सके। इसके लिए आला अफसरों ने जिला मुख्यालय पर कैंप करके तैयारी शुरू कर दी है।

6 एमआई-17 हेलिकॉप्टर से निगरानी

आपको बता दें कि नक्सल विरोधी अभियान और ऑपरेशन के प्रमुख पुलिस महानिदेशक संदीप पाटिल और डीआईजी गढ़चिरोली रेंज अंकित गोयल जिला मुख्यालय पर कैंप करके इन सब चीजों के निगरानी कर रहे हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 अप्रैल को सेंट्रल आर्म्स पुलिस फोर्स के 15000 हजार जवानों की निगरानी में चुनाव होंगे। फिलहाल, सीएपीएफ की 47 कंपनियां नक्सलग्रस्त इलाके में मौजूद हैं, जबकि 40 कंपनियां बाहरी इलाके में तैनात की गई हैं। वहीं, मतदान के दिन 6 एमआई-17 हेलिकॉप्टर, 180 सोर्टीज से पूरे इलाके में नजर रखी जाएगी। किसी भी स्थिति में आपातकालीन मेडिकल सुविधा के लिए एक एयर एंबुलेंस भी तैनात की जा रही है।

चार विधानसभाओं में माओवादी आतंक का साया

महाराष्ट्र की गढ़चिरोली चिमूर लोकसभा क्षेत्र की चार विधानसभाओं में माओवादी आतंक का साया मंडराता रहता है। खास तौर से देखा जाए तो गढ़चिरौली, आरमोरी, सिरोंचा और गोंदिया जिले की आमगांव विधानसभा सीटों पर ध्यान दिया जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इन क्षेत्रों में चुनाव प्रचार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लोगों का कहना है कि भामरागढ़, पेरीमिली, धनोरा, पेंड्री, कासनसुर, गट्टा, लाहिड़ी, बिनागुंडा सहित उत्तर और दक्षिण गढ़चिरौली के अन्य दूरदराज के इलाकों में किसी भी राजनीतिक दल की चुनावी हलचल नहीं दिखायी देती है।

लोगों का कहना है कि आज भी कई इलाकों के आदिवासी खौफ में रहते हैं। वहीं कई जगहों पर लोग नक्सलियों की धमकी को दरकिनार कर वोट देने के लिए बाहर निकलते हैं, लेकिन फिर भी इन इलाकों में मतदान काफी कम होता है।