गड़चिरोली. पिछले दो माह से महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ राज्यों की सीमावर्ती इलाकों में विचरण करने वाले जंगली हाथियों ने पिछले दिनों 8 से 10 की संख्या में दोबारा धानोरा तहसील के मुरूमगांव पूर्व वन परिक्षेत्र में प्रवेश किया. जंगली हाथियों का दल धानोरा तहसील के खोब्रामेंढा परिसर में धान फसल समेत झोपडों को क्षति पहुंचाने की घटना घटी है.
पिछले एक वर्ष से गड़चिरोली के धानोरा, मुरुमगाव, देसाईगंज, कुरखेडा तहसील में उत्पात मचाने वाले जंगली हाथियों का समूह वापिस छत्तीसगढ़ की ओर जा रहा था. इसी बीच दोबारा जंगली हाथियों के समुह के कुछ सदस्य फिर से जिले में प्रवेश किये. कुरखेडा तहसील के मालेवाडा वनपरिक्षेत्र में कुछ हाथियों के दर्शन हुए थे. इन हाथियों ने 15 अप्रैल को धानोरा तहसील खोब्रामेंढा परिसर में ग्रीष्मकालीन धान फसल समेत झोपडों को क्षति पहुंचाने से परिसर के किसानों में भय का वातावरण निर्माण हो गया है.
समूह के आधे हाथी छत्तीसगढ़ में
धानोरा तहसील के मालेवाडा वनपरिक्षेत्र में दाखिल हुए जंगली हाथियों का यह समूह केवल आधा है.वहीं आधा समूह छत्तीसगढ़ राज्य में है. वह समूह भी जिले में प्रवेश करने की संभावना है. जिससे नागरिक हाथियों के पास न जाए और हाथियों को चेतावनी देने वाले कृत्य न करने का आह्वान वनपरिक्षेत्र अधिकारी संजय मेहर ने किया है.