Gadchiroli Road

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    गड़चिरोली. गड़चिरोली शहर में आरमोरी मार्ग से आनेवाले यात्रियों का गड्डों से स्वागत होता है. किसी यात्री को जोर-जोर से झटके लगना शुरू होने पर उसे गड़चिरोली शहर में आने का अनुभव होता हे. ऐसी दयनीय अवस्था आरमोरी मार्ग की हुई है. 

    गड़चिरोली-आरमोरी इस राष्ट्रीय महामार्ग की विगत अनेक दिनों से दयनीय अवस्था हुई है. गड़चिरोली शहर से डेढ़ किमी दूरी पर स्थित कठाणी नदी के पुलिया से गड्ढों से शुरूआत होती है. पुलिया पर का डामर पूर्ण रूप से उखड गया है. पुलिया का सिमेंट कांक्रीट भी दिखाई दे रहा है. उक्त पुलिया पर के गड्ढों को पारकरते ही फिर गड्ढों का सामना करना पडता है. आलापल्ली-सिरोंचा मार्ग की जैसी हालत हुई है. वहीं ही अवस्था फिलहाल गड़चिरोली-आरमोरी मार्ग की हुई है.

    कठाणी नदी के पुराने पुलिया की ओर जानेवाले सड़क की भी दयनीय अवस्था हुई है. वाहन गुजरते ही व्यापक धुल के गुब्बारे उडते है. धूल के कारण साईकिल सवार, दोपहिया सवारों को रास्ता खोजते समय व्यापक मशक्कत करनी पडती है. इसके पश्चात फिर से वनविभाग के जांच नाके से गड्ढों को शुरूआत होती है. सिधे गड्डों का सामना करते हुए इंदिरा गांधी चौक तक पहुंचना पडता है. 

    पुलिया पर का उखडा डामर 

    कठाणी नदी के नए पुलिया पर का डामर पूर्ण रूप से उखडने के कारण पुलिया का सिमेंट क्रांक्रीट दिखाई पड़ रहा है. यहां बडे बडे गड्ढे निर्माण हुए है. पुलिया के 2 पिल्लर जोडने के जगह उंचा भाग तैयार किया गया है. उक्त क्षेत्र से वाहनों का पहिया गुजरने पर काफी झटका लगता है. वहीं गड्ढों के कारण वाहनधारकों का नियंत्रण खोकर वाहन नदी में गिरने की संभावना निर्माण हो रही है. 

    निकल गई मलमपट्टी 

    सर्वाधिक यातायात का मार्ग होनेवाले गड़चिरोली-नागपुर मार्ग की शहर से वनविभाग के नाके तक कुछ दिन पूर्व टालमटोल मरम्मत करते हुए मलमपट्टी की गई थी. मरम्मत के पश्चात नए से डामरीकरण होगा,ऐसी आंस जताई जा रही थी. किंतु संबंधित विभाग ने मलमपट्टी ही की. जिससे फिर सड़कों की स्थिती जस की तस बनी है. जिससे सड़कों की यह मलमपट्टी निकलने से नागरिकों द्वारा व्यापक रोष व्यक्त किया जा रहा है.