कुरखेडा. धान बिक्री करने के बाद मिलनेवाले चुकारे से कृषिपंप का बिजली बिल भरने की किसानों द्वारा बिनती करने के बावजूद महावितरण ने कुरखेडा तहसील के 22 गांवों के किसानों के कृषिपंप के ट्रान्सफार्मर बंद करते हुए बिजली आपूर्ति खंडीत की है. महावितरण के इस कार्यप्रणाली के प्रति रोष व्यक्त करते हुए महावितरण के खिलाफ किसानों के साथ तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी शिवसेना ने दी है.
कुरखेडा तहसील के गेवर्धा फिडर के बिजली बील नहीं भरे गए है. यह कारण बताकर महवितरण कंपनी ने 22 गांवों के किसानों के कृषिपंपों की बिजली आपूर्ति खंड़ीत की है. किसानों ने धान बेचने के पश्चात प्राप्त चुकारों से बिजली बील भरने की बात कहते हुए 10 से 12 दिनों का समयावधि देने की बिनती करने के बावजूद महावितरण के अधिकारियों ने पूर्ण ट्रान्सफार्मर ही बंद किया. वहीं वहीं आसपास के गांवों के किसानों की बिजली आपूर्ति कटौती की जा रही है. फलस्वरूप हाथ आयी फसलों का नुकसान हो रहा है.
बिते सप्ताह में भी महावितरण ने बिजली आपूर्ति खंडीत कर मिर्च रोप का लाखों रूपयों का नुकसान किया. महावितरण के इस कार्यप्रणाली के चलते बिजली आपूर्ति बंद होने से हाथ आयी धान फसल पानी के अभाव में सुखने को शुरूआत हुई है. इस संदर्भ में निरंतर बिनती कर, ज्ञापन देने के बावजूद महावितरण के अधिकारी अनदेखी कर रहे है. इसके खिलाफ शिवसेना के नेतृत्व में हजारों किसान आक्रमक भूमिका लेंगे, ऐसी चेतावनी आरमोरी विधानसभा शिवसेना जिलाप्रमुख सुरेंद्रसिंह चंदेल ने दी है.